दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में भाजपा का शराब माफिया से गहरा नाता रहा है। भाजपा ने ऐसी व्यवस्था बना रखी थी कि जहां पर भी शराब की लीगल दुकानें नहीं थी, वहां वे अवैध दुकानें खोलकर माफिया के साथ चलाते थे। केजरीवाल सरकार की नई आबकारी नीति से 3500 करोड़ की राजस्व चोरी रुक गई। भाजपा और शराब माफिया दोनों 3500 करोड़ रुपए की इस चोरी में हिस्सेदारी कर रहे थे। इस चोरी के रुक जाने से भाजपा को दर्द तो होगा ही। केजरीवाल सरकार ने राजस्व चोरी का यह पैसा अब जनहित के काम में लगा रही है।
नई आबकारी नीति से भाजपा पूरी तरह बौखला गई है, क्योंकि अब भाजपा नेता अवैध तरीके से अपनी जेब नहीं भर पाएंगे। 2015 में दिल्ली में 850 शराब की दुकानें थी। केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में एक भी शराब की दुकान नहीं खुलने दी। नई आबकारी नीति के तहत दिल्ली में अभी 501 शराब की दुकानें ही खुली हैं। दिल्ली में 2016 के बाद केजरीवाल सरकार की नीति के कारण कोई नई शराब की दुकान नहीं खोली गई। पहले जो दुकान चली आ रहीं थी, उनका आवंटन गलत था। कई वार्डों में 15 से 25 दुकान थीं और कई वार्डों में बिल्कुल दुकान नहीं थी। जहां पर शराब की दुकान नहीं थी, वहां भाजपा और माफिया मिलकर अवैध शराब की दुकानें चल रहीं थी। जिसे बंद करा दिया गया है।
पहले करीब 2 हजार अवैध शराब की दुकानें थीं। केजरीवाल सरकार ने इसको लेकर काफी सख्ती की थी। दिल्ली में अवैध शराब पर कार्रवाई करते हुए लगभग 7 लाख अवैध शराब की बोतल पकड़ी थीं। इसके अलावा 1864 एफआईआर और 1 हजार वाहन जब्त किए थे। और नई आबकारी नीति के आने के बाद यह सारी अवैध शराब की दुकानें बंद हो गई है जिससे भाजपा बौखला गई है।
भाजपा चोरी पर रोक से इतना बौखला गई है कि जनता को परेशान कर रही है। लोगों के टैक्स के पैसे से खरीदे गए डीटीसी बसों में तोड़फोड़ कर रही, उन्हें पंचर कर रही। यह भाजपा की जन-विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। आज भाजपा ने दिल्ली की सड़कों पर जो तांडव मचाया उसकी मैं कड़े शब्दों में निंदा करता है। आज भाजपा नेताओं का कुकृत्या अपराधिक मानसिकता से ग्रस्त था। कोरोना का यह काल जनता की सेवा करने का है न कि चोरी बंद होने पर अपराधी बन जनता को परेशान करने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का है। भाजपा के आज के तांडव से दिल्ली की दो करोड़ जनता बेहद दुखी है। आज के कुकृत्या के लिए जनता भाजपा को कभी माफ नहीं करेगी।