बीते मंगलवार को आम आदमी पार्टी से एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने एमसीडी के प्रताड़ित कर्मचारियों को लेकर अपना बयान जारी किया था। एक वीडियो के जरिए अपना बयान जारी करते हुए दुर्गेश पाठक ने सभी निगम कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा था की भाजपा के शासन में निगम के कर्मचारी आज तक रो रहे हैं । निगम कर्मियों ने न जाने अब तक कितने दिन और कितने घंटे हड़ताल किए होंगे ।बावजूद इसके उनके हाथ अब तक कुछ भी अच्छा नहीं लगा।
दुर्गेश पाठक ने कर्मचारियों के दर्द पर मरहम लगाते हुए कहा कि वह उनके दर्द को भलीभांति समझते हैं। उनकी हालत इस तरह से है कि अपने रोजमर्रा की जरूरतों के लिए भी उन्हें सोचना पड़ रहा है।
दुर्गेश पाठक के इस बयान के बाद निगम के कर्मचारियों ने बजाते रहो न्यूज़ के माध्यम से सैकड़ों संदेश दुर्गेश पाठक के नाम जारी किए हैं ।कई निगम कर्मियों ने तो उनके इस बयान पर अपनी रजामंदी जाहिर की तो वही कुछ कर्मचारियों ने अपनी बेबसी और पीड़ा उन तक पहुंचाने की कोशिश की है।
“जय हथवाल ने लिखा कि डीबीसी की फाइल जो दिल्ली सरकार के पास भेजी गई है कृपया उस पर जल्द से जल्द साइन करवाएं आपकी बहुत मेहरबानी होगी।”
“सुशील कुमार ने अपना सवाल रखते हुए पूछा कि यदि आप की सरकार एमसीडी में आ जाती है तो क्या आप उनकी समस्या का समाधान कर देंगे?”
” दीपक छिल्लर ने लिखा 8 साल हो गए कर्मचारियों को पक्का करने का वादा किया था लेकिन अबतक किसी भी कर्मचारी को पक्का नहीं किया गया।”
“तो वही जितेंद्र पाल ने कहा आप सही कह रहे हैं सर तो उधर अजीत कुमार ने लिखा भैया फिर आप डीवीसी वर्कर्स को इंसाफ दिला दो 26 साल से बगैर पोस्ट के वर्क करते हैं।”
“राघव कश्यप ने लिखा है सर डीवीसी को पक्का करिए फाइल दिल्ली सरकार के पास है तो वही अमित लिखते हैं सर 1998 से आगे के सफाई कर्मचारी अभीतक पक्के नहीं हुए। आपकी पार्टी के नेता हाउस में ये मुद्दा क्यों नहीं उठाते हैं ?”
“विकास ढिका ने पूछा आखिर समाधान क्या है? तो वही अश्विनी कुमार सिंह ने लिखा है कि 70 कर्मचारी की मृत्यु हो चुकी है टेंशन में लेकिन अभी तक समाधान नहीं?”
” हरि सिंह लिखते हैं एमसीडी में केजरीवाल सरकार आने पर क्या निगम कर्मचारी पक्के होंगे?”