राज्य निर्वाचन आयोग को डरा-धमका कर एमसीडी चुनाव टलवाने के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने आज भाजपा कार्यालय का घेराव कर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि देश में भाजपा के 1435 विधायक, 97 राज्यसभा सांसद और 301 लोकसभा सांसद हैं। वहीं लगभग 40 निगमों पर भाजपा का कब्जा है। देश की इतनी बड़ी पार्टी यदि आम आदमी पार्टी जैसी इतनी छोटी पार्टी से डर जाए तो सोचिए इससे बड़ी जीत हमारे लिए हो ही नहीं सकती है। पिछले 15 सालों से दिल्ली की जनता जिस भाजपा के कहर का शिकार है, आज भाजपा के नेताओं का कहना है कि उनके लिए यहां प्रचार करना मुश्किल हो गया है।
भाजपा कह रही है कि हम निगम का एकीकरण करना चाहते हैं। आम आदमी पार्टी इसका विरोध नहीं कर रही है। लेकिन एकीकरण का चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है। चुनाव के बाद भी एकीकरण संभव है। इसका मतलब है कि एकीकरण एक बहाना है, भाजपा को चुनाव से भागना है। दिल्ली की भाजपा को पता है कि यहां उनका राजनीतिक भविष्य खत्म होने वाला है। इन्हें पता है कि यदि एक बार आम आदमी पार्टी प्रदेश के साथ-साथ निगम में भी आ गई तो, आगले 20 सालों तक कहीं नहीं जाने वाली है। इसलिए बीजेपी के लोगों ने तय किया कि किसी तरह से चुनाव स्थगित हो गए तो जेब भरने के लिए 6 महीने और मिल जाएंगे।
भाजपा की राजनीति को दिल्ली से पूरी तरह खत्म करना है। यह हम सभी की ज़िम्मेदारी है। दुर्भाग्य इस बात का है कि भाजपा ने दिल्ली के चुनाव आयोग को भी खत्म कर दिया है। अंत में मैं एक ही बात कहना चाहता हूं कि यदि आज चुनाव होते तो आम आदमी पार्टी कम से कम 260 सीटों के साथ जीत हांसिल करती। हर वॉर्ड कम से कम 5000 वोटों के साथ जीत होती। लेकिन आगे यह आंकड़ा बढ़कर 10 हज़ार से भी अधिक हो जाएगा। अगली बार हर वॉर्ड में इन्हें कम से कम 25 हज़ार से अधिक वोटों से हराना है।
‘आप’ के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल राय ने कहा कि आज के बाद दिल्ली में हमें इस लड़ाई को अलग-अलग तरीके के जारी रखना है। आगे हम कार्यक्रम बनाएंगे और पूरी दिल्ली की जनता को बताएंगे कि भाजपा एमसीडी चुनाव में अपनी निश्चित पराजय से किस तरह डर रही है। ‘आप’ के राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता ने कहा कि जब अपने 15 सालों के कारनामो का नतीजा देखने का समय आया तो वे डर गए हैं। ‘आप’ विधायक आतिशी ने कहा कि यह भाजपा की तानाशाही की शुरुआत है। इस तानाशाही का पार्टी पुरजोर तरीके से विरोध करेगी। “आप” के एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि बीजेपी के सभी पार्षदों और नेताओं ने तय किया है कि किसी तरह से मोदी जी और अमित शाह से बात करके चुनाव स्थगित हो तो हमें जेब भरने के लिए 6 महीने का और वक्त मिल जाएगा।
आप” के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल राय ने कहा कि पंजाब की ऐतिहासिक जीत के बाद किसी को अनुमान नहीं था कि आज पूरी दिल्ली के लोगों को एमसीडी का चुनाव कराने के लिए आंदोलन करना पड़ेगा। शायद, अगर उस दिन चुनाव आयोग की प्रेसवार्ता हो गई होती तो आज हम एमसीडी चुनाव के लिए नामांकन की तैयारी कर रहे होते। पूरे देश को नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरी भाजपा चुनाव आयोग को डराने-धमकाने की कोशिश कर रही है। हर समाज के अंदर नफरत भरने की कोशिश कर रही है। जो उसके खिलाफ बोलता है, उसकी फाइलें खोलकर उसे जेल में डालने का डर पैदा करने की कोशिश कर रही है। मैं आप लोगों को बधाई देना चाहता हूं कि पिछले एक महीने में आपने एमसीडी में बदलाव के लिए गली-गली और घर-घर जाकर अभियान चलाया। आज पूरे देश में नरेंद्र मोदी से लेकर भाजपा के अंधभक्तों तक में एक नाम है, जिससे भाजपा डरने लगी है। वह नाम है अरविंद केजरीवाल का।
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता ने सभी को पंजाब के चुनाव में ‘आप’ की भारी जीत के लिए बहुत-बहुत बधाई देते हुए कहा कि ‘एक मौका केजरीवाल को’ यही नारा था, जिसे सुनकर भाजपा डर गई। उनको मालूम था कि दिल्ली के एमसीडी चुनाव में भी यही नारा चलेगा। दिल्ली के बच्चे-बच्चे को मालूम था कि अगर चुनाव होते हैं, तो हो सकता है कि जैसे पंजाब के विधानसभा में जीत मिली है, उसी तरह से एक तरफा जीत दिल्ली एमसीडी में भी मिलती।
कालकाजी से आम आदमी पार्टी की विधायक आतिशी ने कहा कि आम आदमी पार्टी की एमसीडी में होने वाली जीत से भाजपा डर गई है। 9 मार्च को स्टेट इलेक्शन कमिश्नर ने मीडिया को एक प्रेसवार्ता का न्योता दिया कि आज एमसीडी चुनाव की तारीख का ऐलान करेंगे। 5 बजे एमसीडी की तारीख का ऐलान होना था, और उससे ठीक एक घंटा पहले एमसीडी के बारे में केंद्र सरकार चुनाव आयोग को चिट्ठी भेजती है। उस चिट्ठी में लिखते हैं कि हम तीनों निगमों को एक करने वाले हैं, इसलिए चुनाव मत करो।