दिल्ली में कोरोना वायरस भयावह रूप लेता जा रहा है ।पॉजिटिव रेट 7.64 फ़ीसदी हो गई है जोकि ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के तहत रेड अलर्ट का नंबर है। ऐसे में दिल्ली में कोरोनावायरस में खतरा ज्यादा बढ़ता दिखाई पड़ रहा है।
जीआरएपी को दिल्ली के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने पिछले साल कोविड- की तीसरी लहर में मंजूरी दी थी। ऐसे में GRAP का काम राजधानी में बढ़ रहे कोरोनावायरस से मामलों पर नजर रखना और इसको लेकर जरूरी कदम उठाना है।
GRAP सिस्टम को चार चरणों में लागू किया जाता है। अगर पॉजिटिविटी रेट 5 फ़ीसदी से ऊपर हो जाता है तो रेड अलर्ट शुरू हो जाता है। जिसमें कई तरह की पाबंदियां लगा दी जाती हैं। यदि पॉजिटिविटी रेट लगातार दो दिन तक 5 फ़ीसदी पार कर जाती है तो रेड अलर्ट शुरू हो जाता है। रेड अलर्ट शुरू होते ही कई तरह की पाबंदियां लग जाती हैं। इसके तहत टोटल करती और ज्यादातर आर्थिक गतिविधियों को रोक दिया जाता है।
फिलहाल जो स्थिति राजधानी दिल्ली में बनी हुई है उसे देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि दिल्ली में जल्द ही लॉकडाउन जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है।