दिल्ली नगर निगम के प्रमुख अभियंता केपी सिंह ने बजाते रहो न्यूज़ से बात करते हुए बताया कि निगम का इंजीनियरिंग विभाग निगम की आमदनी बढ़ाने के लिए गंभीरता से कार्य कर रहा है।
उन्होंने बताया कि इंजीनियरिंग विभाग वे लीव चार्ज के जरिए निगम की आमदनी बढ़ाने को लेकर प्रयासरत है। जिसे लेकर अभी कुछ ही दिन पहले दिल्ली सरकार के संबंधित विभाग से पत्राचार के ज़रिए बातचीत हुई है। जिसमें दिल्ली नगर निगम के इंजीनियरिंग विभाग ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि रोड कटिंग के लिए ऑनलाइन अप्लाई करते समय वे लीव चार्ज जमा करने का भी विकल्प उसके साथ जोड़ दिया जाए ताकि रोड कटिंग की फीस उसी समय निगम के खाते में पहुंच सके।
यही नहीं उन्होंने बताया कि उन सभी एजेंसी से वे लीव चार्ज लिया जाएगा जो अंडर ग्राउंड सर्विसेज ले रहे हैं ,जैसे जल बोर्ड, एमटीएनएल, प्राइवेट मोबाइल कंपनियां ,आईजीएल इत्यादि। अंडर ग्राउंड सर्विसेज के लिए जो रोड कटिंग की जाती है उसके लिए संबंधित एजेंसी को फीस के तौर पर वे लीव चार्ज भरना पड़ता है।
प्रमुख अभियंता केपी सिंह ने बताया कि यदि लगातार वे लीव चार्ज इकट्ठे किए गए तो लगभग 200 से 250 करोड़ रुपए की आमदनी निगम को होने की पूरी संभावना है। उन्होंने बताया कि फंड क्राइसिस को ठीक करने के लिए हर तरह की कोशिश निगम द्वारा की जा रही है। साथ ही दिल्ली और केंद्र सरकार की भी मदद लेने की कोशिश की जा रही है ताकि दिल्ली वासियों को बेहतर से बेहतर सुविधा मुहैया कराई जा सके। सिंह ने बताया कि वे लीव चार्ज के ज़रिए निगम को अभी 30.46 करोड़ रुपये की आमदनी हुई है।