MCD: सैलरी और पेंशन को लेकर नार्थ व ईस्ट के स्टॉफ परेशान पूछा साउथ वालों से है प्यार तो हमसे काहे का बैर ??
तीन भागों में बटी एमसीडी को एक हुए लगभग 1 महीने से ऊपर हो चुका है बावजूद इसके तनख्वाह और पेंशन की मार पूर्वी दिल्ली और उत्तरी दिल्ली के कर्मचारी झेलने को अभी तक मजबूर है।
निगम में काम कर रहे स्टॉफ की माने तो बीते बुधवार को ही साउथ दिल्ली के सभी ग्रुप के कर्मचारियों की तनख्वाह व पेंशन जारी कर दी गई ।लेकिन उत्तरी और पूर्वी क्षेत्र में काम कर रहे स्टाफ की तनख्वाह अभी तक नहीं दी गई है । वही पेंशनधारियों का हाल तो उनसे भी ज्यादा बदतर बताया जा रहा है।
पूर्वी दिल्ली में काम कर रहे हैं कर्मचारियों की माने तो जनवरी महीने की तनख्वाह के बाद अब तक अगली तनख्वाह उनके खाते में नहीं पहुंची है। उधर पेंशनर की बात करें तो आखरी पेंशन उन्हें दिसंबर महीने की मिली थी। उसके बाद कोई पेंशन अब तक नहीं जारी की गई है।
उत्तरी दिल्ली वाले निगम कर्मियों का कहना है कि उनकी 2 महीने ( अप्रैल और मई) की तनख्वाह अभी तक बाकी है। वहीं आखिरी पेंशन मार्च महीने की ही जारी की गई थी उसके बाद अभी तक आगे की पेंशन नहीं भेजी गई है।
दिल्ली नगर निगम के पूर्वी और उत्तरी क्षेत्र में काम कर रहे निगम कर्मियों का कहना है कि एक निगम होने के बाद सभी को बड़ी उम्मीद थी कि कम से कम सैलरी और पेंशन की समस्या जल्द दूर कर दी जाएगी। लेकिन अभी तक समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। निगमकर्मियों के मुताबिक भले ही निगम एक हो गया है लेकिन सैलरी और पेंशन के बंटवारे में प्रशासन द्वारा दो नजरिया अपनाया जा रहा है। एक ओर जहां साउथ के सभी कैटेगरी के स्टाफ की तनख्वाह व पेंशन अप टू डेट रखी जा रही है वहीं पूर्वी और उत्तरी क्षेत्र में काम कर रहे स्टॉफ अभी तक इस समस्या को झेल को मजबूर हैं।
निगम कर्मियों का कहना है की सैलरी व पेंशन नहीं मिलने की वजह से उनके घर की हालत बद से बदतर होती जा रही है। उनके मुताबिक बच्चों की स्कूल फीस देने के साथ-साथ घर का किराया, इलाज का खर्च व दूसरे जरूरी काम नहीं हो पा रहे हैं। लेकिन इस बात की जानकारी होने के बावजूद निगम प्रशासन अपनी ओर से किसी भी तरह की गंभीरता नहीं दिखा रहा है।