• सभी 15 पुलिस जिलों में जल्द ही उपलब्ध होंगे मोबाईल फारेंसिक लैब ।
• लंबित मामलों के निपटान में तेजी लाने के साथ-साथ मासिक प्रगति रिपोर्ट भी प्रस्तुत करे एफएसएल: उपराज्यपाल
• एफ.एस.एल का तकनीकी, भौतिकी एवं प्रौघौगिकी अपग्रेडेशन निर्धारित समय से पूर्व हो: उपराज्यपाल
उपराज्यपाल, वी.के. सक्सेना ने दिनांक 22.06.2022 को फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की कार्यप्रणाली और कार्यप्रगति की समीक्षा के उपरांत वस्तुस्थिति का जायजा लेने के लिए कल रोहिणी स्थित कार्यालय/लैब परिसर का दौरा किया। इस दौरे में उनके साथ मुख्य सचिव और अन्य हितधारक विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
उपराज्यपाल ने सराहना की कि एफएसएल एक ऐसी संस्था के रूप में उभरी है जिसे समय के साथ फारेंसिक जांच के क्षेत्र में व्यापक सम्मान प्राप्त हुआ है। हालांकि, उन्होंने एक बार फिर बड़ी संख्या में निपटान के लिए लंबित मामलों और संस्थान के विस्तार और तकनीकी अपग्रेडशन में अत्यधिक देरी पर पुनः चिंता व्यक्त की। उन्होंने रिक्त पदों को शीघ्रातिशीघ्र भरने के अपने निर्देशों को दोहराते हुए कहा कि मौजूदा अधिकारियों को प्रोत्साहित और पुरस्कृत किया जाना चाहिए ताकि मामलों के निपटान में तेजी लाई जा सके।
उपराज्यपाल ने बैलिस्टिक, केमिकल टॉक्सिकोलॉजी, बायोलॉजी, एनिमल डीएनए, फिंगर एंड ब्रेन प्रिंट और साइबर फोरेंसिक लैब्स, इंस्ट्रुमेंटेशन सेंटर्स के साथ-साथ रिकॉर्ड कीपिंग प्रक्रियाओं, एफएसएल द्वारा संचालित मोबाइल लैब्स और मौजूदा परिसर के विस्तार हेतु चल रहे खनन कार्यों का भी निरीक्षण किया।
सक्सेना द्वारा निरीक्षण के उपरांत मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को निम्नलिखित निर्देश दिये गये।
1. पीडब्ल्यूडी को नए भवन निर्माण कार्य को निर्धारित समय-सीमा से पहले मार्च, 2023 तक पूरा करने का निर्देश दिया गया।
2. दो मोबाइल लैब, जो नमूनों को तेजी से संग्रहित और संरक्षित कर विश्लेषण में मदद देने के लिए तैनात है, में चार नई वैन जोड़कर तीन माह के भीतर छह करने के निर्देश दिये। क्रमशः सभी 15 पुलिस जिलों में 1-1 मोबाइल फारेंसिक लैब उपलब्ध कराकर कुल संख्या 15 करने का निर्णय लिया गया।
3. मौजूदा प्रयोगशालाओं को नवीनतम उपकरणों और प्रौद्योगिकी से लैस कर उनको सशक्त करने के कार्यों में तेजी लाने एवं इस संबंध में लंबित किसी भी प्रस्ताव को तत्काल मंजूरी दिये जाने का निर्देश दिये गये।
4. एफएसएल को लंबित मामलों के निपटान की मासिक प्रगति रिपोर्ट उपराज्यपाल के अवलोकनार्थ प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये, ताकि इन्क्रीमेंटल उपलब्धियों को सामने लाया जा सके।
5. उपराज्यपाल को यह सूचित किया गया कि अभी तक प्राप्त कॉलों तथा सैंपलों का रिकार्ड मैन्यूल तरीके से किया जा रहा है। इस संबंध में उन्होंने संस्थान द्वारा एक व्यापक ईआरपी समाधान को अपनाने और उसे कार्यान्वित करने के निर्देश दिये।
सक्सेना ने 5 मंजिल में बने परिसर का निरीक्षण करने के दौरान कुछ खामियों की ओर इशारा किया। इस संबंध में अधिकारियों को परिसर के उच्च स्तरीय साफ-सफाई एवं रख-रखाव के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे प्रयासों से भी बड़े बदलाव लाये जा सकते हैं।