दिल्ली सफाई कर्मचारी आयोग के चेयरमैन संजय गहलोत ने बताया कि दिल्ली नगर निगम के शाहदरा नार्थ ज़ोन में स्थायी सफाई कर्मचारी के पद पर कार्यरत जगपाल पुत्र रामकिशन जो यमुना विहार में कार्यरत थे। लेकिन उनका तबादला स्वामी दयानंद अस्पताल में कर दिया गया था। जिसके कारण जगपाल डिप्रेशन का शिकार हो गए । जी टी बी अस्पताल में पहुंचकर जगपाल के बड़े बेटे कमल दीप से मिली जानकारी के अनुसार जगपाल पहले से ही उच्च रक्तदाब(बी पी) और दिल के मरीज थे, उनका तबादला होने के पश्चात उन्होंने अपने अधिकारियों से लिखित और मौखिक रूप से भी मिन्नतें की परन्तु प्रशासन ने एक न सुनी आखिर आज सुबह 5 बजे उन्होंने खुदकुशी कर ली ।
जी टी बी अस्पताल की मोर्चरी जहां कर्मचारी का पोस्टमार्टम चल रहा था मौके पर पहंचे दिल्ली सफाई कर्मचारी आयोग के चेयरमैन संजय गहलोत ने दुःख प्रकट करते हुए कहा कि एम सी डी अब कर्मचारियों के लिये काल का ग्रास बनती जा रही है,, इधर रोजाना कर्मचारियों की जीवन लीला समाप्त हो रही है उधर एम सी डी प्रशासन प्रतिदिन नए नए हथकंडे अपनाकर कर्मचारियों को मरने पर मजबूर कर रहा है।
चेयरमैन संजय गहलोत ने बताया कि पिछले दिनों डेम्स विभाग में कार्यरत सफाई कर्मचारियों का तबादला स्कूलों,अस्पतालों/डिस्पेंसरियों में कर दिया गया है जहां उनपर अत्यधिक काम करने का दवाब बनाया जा रहा है बदले में जो 170 सफाई कर्मचारी स्वामी दयानंद अस्पताल में अनुबंध आधार (ठेकेदारी) पर कार्य रत थे उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया ,सैंकड़ो कर्मचारी रोजाना आयोग में आकर अपनी आप बीती सुनाते है और लिखित में शिकायत भी करते है। निगम प्रशासन ने हर वार्ड में नोडल ऑफिसर नियुक्त कर रखे है जो कर्मचारियों पर निगरानी रख रहे है।
भीषण गर्मी में भी कर्मचारी अत्यधिक मोटे कपड़े से बनी वर्दी पहनने को मजबूर है ।दिल्ली सफाई कर्मचारी आयोग के चेयरमैन संजय गहलोत ने कहा कि निगम कमिश्नर और स्पेशल ऑफिसर को नोटिस भेजकर इन सभी मामलों की रिपोर्ट पेश करने हेतु आयोग में तलब किया जाएगा ।