वैसे ही दिल्ली नगर निगम में फंड की मार बरकरार है ऊपर से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में अपने बयान से ये साफ कर दिया है कि दिल्ली सरकार दिल्ली नगर निगम को किसी भी तरह का फंड नहीं देने वाली है।
बीते मंगलवार को विधानसभा में चल रहे सत्र के दौरान केजरीवाल ने अपने भाषण में कहा कि नगर निगम को एक करने के बावजूद भी निगमकर्मियों को तनख्वाह देने में एमसीडी असमर्थ है। केजरीवाल ने कहा कि भाजपा के नेता फंड का रोना रोते रहते हैं कि दिल्ली सरकार पैसे नहीं देती है। लेकिन अब तो केंद्र के अंतर्गत एमसीडी आ गई है तो दिल्ली सरकार का निगम को पैसा देना तो बनता ही नहीं है।
सीएम ने कहा कि अब तो जो करना है वह केंद्र को ही करना है क्योंकि जब निगम एकीकरण का बिल आया उस वक्त यह कहा गया कि दिल्ली सरकार नगर निगम के साथ सौतेला व्यवहार करती है। इसलिए अब नगर निगम की वित्तीय जिम्मेदारी केंद्र सरकार उठाएगी।
केजरीवाल ने कहा कि जब केंद्र ने दिल्ली नगर निगम की जिम्मेदारी ले ली है तो फंड क्यों नहीं देती? बीजेपी के नेता केंद्र सरकार से फंड क्यों नहीं ला रहे हैं? अभी भी दिल्ली नगर निगम में कर्मचारियों को तनख्वाह समय से नहीं मिल रही है। अब तो दिल्ली सरकार का रोल खत्म हो गया तो केंद्र से फंड क्यों नहीं आ रहा है।