MCD: हरदयाल लाइब्रेरी मामले में आया नया मोड़… भाजपा नेता पूनम पराशर परेशान.. अपने पति के साथ तुरंत पहुंची…
बजाते रहो न्यूज़
हरदयाल लाइब्रेरी मामला गर्माता जा रहा है। खबर है कि इस मामले को बढ़ता देख भाजपा नेता पूनम पराशर झा अपने पति व पूर्व विधायक अनिल झा के साथ एमसीडी मुख्यालय पहुंची। कई घंटे इंतजार के बाद दोनों ने स्पेशल ऑफिसर से मुलाकात की और अपना पक्ष रखा। जानकारी मिल रही है कि इस मामले पर जल्द ही निगम प्रशासन द्वारा कार्रवाई की जा सकती है।
इस मामले को लेकर पीड़ित पक्ष ने जंतर मंतर पर भाजपा नेता पूनम पराशर झा और उसके पति व पूर्व विधायक अनिल झा के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया।चांदनी चौक स्थित “हरदयाल म्युनिसिपल लायब्रेरी” के कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि पिछले 17 महीनों से उन्हें वेतन नहीं मिला है। साथ ही उन्होंने बताया कि लाइब्रेरी सचिव भाजपा नेता पूनम पराशर झा और उसके पति कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार करते है।कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें पक्का कर दिया गया था लेकिन पूनम पराशर झा की वजह से उन्हें दोबारा कच्चा कर दिया गया।
इस मामले पर भाजपा नेता पूनम पराशर का कहना है कि निगम की माली हालत खराब होने की वजह से ये परेशानी है कि कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पा रही है।वहीं कर्मचारियों के आरोप कि उन्हें पक्के से कच्चा करने में पूनम पराशर का हाँथ है तो इसपर पूनम ने कहा कि कर्मचारियों को पक्का करते समय सारे नियम ताक पर रख दिए गए थे।जब उसकी जानकारी उस समय के आयुक्त संजय गोयल को मिली तो गोयल ने एक नोटिंग जारी कर उस आर्डर को रद्द कर दिया। पूनम ने कहा कि उस कार्रवाई से उनका कोई लेना देना नहीं ।
उधर धरना स्थल पर पहुंचकर सफाई आयोग के चेयरमैन संजय गहलोत ने उनकी समस्या का समाधान कराने का पूर्ण आश्वासन दिया। 17 महीनों से वेतन ना मिलने की वजह से लायब्रेरी के कर्मचारियों की स्तिथि बद से बद्तर हो चुकी है,जिनमें से कई कर्मचारी दिल के मरीज़ बन चुके है तो एक कर्मचारी अपनी जुबान तक खो चुका है। यहां तक कि कुछ कर्मचारी अपनी किडनी तक बेचने की बात कर रहें है।
चेयरमैन संजय गहलोत का कहना है कि आयोग में प्रतिदिन दिल्ली के हर विभाग से सैकड़ों की संख्या में शिकायतें आती है लेकिन प्रशासन की इतनी हठधर्मी इससे पहले किसी भी विभाग में देखने को नहीं मिली,अगर इस मामले की बारीकी से जांच कराई जाए तो शायद ये पूरा प्रकरण देश के बड़े घोटालों में शुमार होगा।अपने चेयरमैन के धरना स्थल पर पहुंचते ही धरने पर बैठे कर्मचारियों का हौसला दोगुना हो गया।क्युकी इस लायब्रेरी के विषय पर आयोग पहले से ही सक्रिय है और कई समस्याओं का समाधान भी करा चुके है।
आयोग के चेयरमैन संजय गहलोत ने हड़ताली कर्मचारियों को आश्वासन दिया है कि बहुत ही जल्द सभी का वेतन दिलाया जायेगा और संबंधित भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ़ ठोस कार्यवाही कर इन्हे निलंबित कराया जायेगा।साथ ही लायब्रेरी कर्मचारियों के समर्थन में एम सी डी पर्यावरण सहायक यूनियन के पदाधिकारी भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।