दिल्ली नगर निगम के सभी वर्ग के कर्मचारी हर महीने ही अपनी सैलरी को लेकर परेशान चल रहे हैं दिल्ली नगर निगम में अगर साउथ दिल्ली में कार्यक्रम स्टाफ को छोड़ दिया जाए तो पूर्वी और उत्तरी दिल्ली में काम कर रहे निगम कर्मियों को लगभग हर महीने ही इस परेशानी से जूझना पड़ रहा है।
इससे भी कहीं बुरा हाल पेंशनर्स का है ।इसी समस्या को लेकर आम आदमी पार्टी से एमसीडी प्रभारी व विधायक दुर्गेश पाठक ने एक और बड़ा चौका देने वाला खुलासा किया है। जिसमें दुर्गेश पाठक ने 5 साल पूरा कर चुके भाजपा शासित दिल्ली नगर निगम के सभी मेयरों को जिम्मेदार ठहराया है ।
दुर्गेश पाठक ने एक प्रेस वार्ता के जरिए बताया कि निगम लगातार अपने कर्मचारियों को सैलरी देने में फेल हो रहा है। साथ ही निगम के अधीन आने वाले स्कूल और अस्पतालों की भी हालत बत्तर चल रही है । पाठक ने कहा इसे लेकर एक बड़ा ही चौका देने वाला खुलासा सामने आया है।
उन्होंने बताया कि बीते 5 वर्षों में भाजपा के सभी मेयरों ने अपने सुख सुविधा के लिए निगम के 270 करोड रुपए उड़ा दिए। पाठक ने कहा कि इस पैसे को निगम के कर्मचारियों की तनख्वाह में भी लगाया जा सकता था लेकिन उसे भारतीय जनता पार्टी के मेयर ने अपनी सुख-सुविधा में उड़ा दिया।