गुजरात में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी, तो पहले साल से ही चालू कर देंगे सरकारी नौकरियों की भर्ती’: केजरीवाल
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आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया के साथ भावनगर में ‘युवा रोजगार संवाद’ के दौरान ‘भर्ती कैलेंडर’ जारी किया और कहा कि गुजरात में हमारी सरकार बनी, तो हम पहले साल से ही सरकारी नौकरियों की भर्ती चालू कर देंगे। फरवरी-अप्रैल में तलाटी की भर्ती, मई में टेट 1, टेट 2, टैट की परीक्षा व जुलाई में नतीजे, अगस्त-अक्टूबर में शिक्षकों की भर्ती और नवंबर-दिसंबर में इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर की भर्ती करेंगे। जुलाई में सभी कर्मचारियों को मन पसंद जिले में ट्रांसफर किया जाएगा। साथ ही, 10 लाख सरकारी नौकरियां निकालेंगे और सभी भर्तियों में वेटिंग लिस्ट भी निकालेंगे। परीक्षा देने वाले युवाओं का बस में आने-जाने का किराया फ्री होगा और प्राइवेट क्षेत्र में 80 फीसद नौकरियां गुजरात के युवाओं के लिए रिजर्व होंगी। ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि आप फेसबुक, ट्वीटर, इंस्टाग्राम, लिंकडिन पर प्रचार करो कि इस बार आम आदमी पार्टी को ही वोट देना है। जैसे हम लोगों ने दिल्ली बदली, फिर पंजाब बदल रहे हैं, आप सबके साथ मिलकर गुजरात को भी बदलेंगे। वहीं, ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने युवाओं से कहा कि आप जितनी मेहनत नौकरी पाने के लिए कर रहे हैं, उतनी ही मेहनत उन लोगों को सरकार में लाने के लिए भी करें, जो पेपर लीक करने की परम्परा को ख़त्म करेंगे।
*2015 में जब हमारी सरकार बनी, तब दिल्ली के सरकारी स्कूलों का बहुत बुरा हाल था, पांच साल बाद आज सरकारी स्कूल बहुत शानदार हो गए हैं- अरविंद केजरीवाल*
गुजरात दौरे के दूसरे दिन आज आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पार्टी के वरिष्ठ नेता व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ भावनगर में ‘युवा रोजगार संवाद’ को संबोधित किया। इस दौरान ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे बेहद खुशी है कि आज मैं देश ही नहीं, बल्कि दुनिया के सबसे अच्छे शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया जी को अपने साथ लेकर आया हूं। इन्होंने दिल्ली के सरकारी स्कूल शानदार कर दिए। पहले दिल्ली के सरकारी स्कूलों का भी बहुत बुरा हाल था। जब 2015 में हमारी सरकार बनी, तब दिल्ली के सरकारी स्कूलों का बहुत बुरा हाल था। दीवारें और छतें टूटी पड़ी थीं। छप से पानी गिरता था, बच्चों के लिए डेस्क नहीं था, शिक्षक नहीं आते थे, पीने का पानी नहीं था। टायलेट बहुत गंदे थे, स्कूल में पढ़ाई के नाम पर कुछ नहीं था और रिजल्ट बहुत खराब आते थे। पांच साल के बाद आज जाकर देख लीजिए कि दिल्ली के सरकारी स्कूल कितने शानदार बन गए। मैं सभी को खुला निमंत्रण दे रहा हूं। अभी गुजरात से कई पत्रकार दिल्ली आए थे और खूब घूमकर आए। बहुत अच्छा लगा। अगर आप दिल्ली नहीं जा सकते हैं, तो किसी को फोन करके पूछ लीजिए। दिल्ली में पहले प्राइवेट स्कूल वालों ने गुंडागर्दी मचा रखी थी। जब मर्जी फीस बढ़ा देते थे। लोग बड़े दुखी थे। हम लोगों ने पिछले सात साल से किसी प्राइवेट स्कूल वाले को नाजायज फीस नहीं बढ़ाने दी। हमने आदेश जारी कर दिए और सीएम से प्राइवेट स्कूलों के ऑडिट करवाए। जब ऑडिट के नतीजे आए, तो पता चला कि स्कूलों ने 30 करोड़, 40 करोड़ की एफडी करा रखी है। हमने आदेश जारी कर उनकी एफडी तुड़वाई और बच्चों की फीस वापस कराई। ऐसा पहली बार भारत में हुआ होगा, जब प्राइवेट स्कूल वालों ने बच्चों के माता-पिता के खाते में उनके पैसे वापस किए। प्राइवेट स्कूल वालों ने दो-दो, तीन-तीन साल पुरानी फीस वापस की। ऐसे शिक्षा मंत्री की फोटो अमेरिका के सबसे बड़े अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स के फ्रंट पेज पर छपी। दिल्ली के सरकारी स्कूल के बच्चों की फोटो भी छपी।
*मनीष सिसोदिया रोज सुबह छह बजे उठकर सरकारी स्कूलों का दौरा करते हैं, आजाद भारत के इतिहास में एक भी शिक्षा मंत्री ऐसा नहीं हुआ होगा- अरविंद केजरीवाल*
‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जब न्यूयॉर्क टाइम्स के फ्रंट पेज पर दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की फोटो छपी तो इनके नेता ने इनको बुलाया कि मनीष सिसोदिया की फोटो कैसे छपी, हमारी क्यों नहीं छपी। तो उन्होंने कहा कि इन्होंने उनको पैसे खिलाए थे। तो बोले कि उनको दस गुना पैसे दे दो और हमारी फोटो छपवाओ। तो उन्होंने न्यूयॉर्क टाइम्स को फोन किया और बोले कि वन मिलीयन डॉलर देंगे और हमारे नेता की फोटो छापो। लेकिन वो बोले कि नहीं छापेंगे। फिर वो वापस आए और नेता ने कहा कि पैसे और बढ़ा दो। फिर उन्होंने कहा कि हम 100 करोड़ रुपए देंगे, हमारे नेता की फोटो छापो। न्यूयॉर्क टाइम्स वालों ने कहा कि ये तुम्हारे वाला मीडिया नहीं है। हम पैसों में नहीं बिकते और उन्होंने नहीं छापी। इन लोगों को लगता है कि दुनिया में सबकुछ बिकता है। दुनिया में सबकुछ नहीं बिकता है। बहुत सारी चीजें ईमानदारी से भी चलती हैं। आज मनीष सिसोदिया और दिल्ली के सरकारी स्कूलों के बच्चों की न्यूयॉर्क टाइम्स में जो फोटो छपी है, उसके लिए इन्होंने अपनी चप्पलें घिसी हैं। मैं पिछले सात साल से जानता हूं कि मनीष सिसोदिया रोज सबेरे छह बजे उठकर सरकारी स्कूलों का दौरा करने निकलते हैं। मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि आजाद भारत के 75 साल के इतिहास में एक भी शिक्षा मंत्री बता दो, जो सुबह छह बजे उठकर सरकारी स्कूलों का दौरा करने निकलता है। कोई नहीं निकलता है।
*जीआईएसएफ के लोगों को मात्र 11 हजार रुपए तनख्वाह मिलती है, जो बहुत कम है, हमारी सरकार बनेगी, तो पूरी तनख्वाह दिलाएंगे- अरविंद केजरीवाल*
‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जीआईएसएफ के लोग जनता की बहुत सेवा करते हैं। आज के समय में 11 हजार रुपए में किसका गुजारा चलता है और वो भी 25 साल की नौकरी करने के बाद। आप हमारी सरकार बनाइए, आपको एक महीने के अंदर आपको आपका हक दिलाया जाएगा, आपको न्याय दिलाया जाएगा और आपको पूरी तनख्वाह दिलवाई जाएगी। पत्रकारों के मुद्दों पर कहा कि ये पत्रकारों को चर्चा के लिए भी नहीं बुलाते हैं। 27 साल साल की सत्ता में रहने बाद इनको अहंकार और गरूर हो गया है। जब मैं गुजरात आता हूं, तो भाजपा के नेताओं से बात करता हूं। उनसे पूछता हूं कि कुछ करते क्यों नहीं हो? वो कहते हैं कि जरूरत क्या है, क्यों करें? ऐसे ही वोट मिल रहे हैं, लोग कहां जाएंगे। कांग्रेस को वोट देंगे, तो कांग्रेस वाले हमारे में आ जाएंगे। पहली बार इनकी नानी याद आ रही है, क्योंकि अब आम आदमी पार्टी आ गई है। पत्रकारों से कहना चाहता हूं कि आपकी जितनी सरकारी सुविधाएं बंद की गई हैं। इसके अलावा, और जो भी सुविधाएं होती हैं, वो सारी सुविधाएं देंगे। हम आपसे निवेदन करेंगे कि हमारी सरकार बनने के बाद हमारे पक्ष में मत छापिएगा, हमारी गलती निकालिएगा।
*पूरे देश में दिवाली पर उतने पटाखे नहीं फूटते हैं, जितने गुजरात में पेपर फूटते हैं, जो पेपर नहीं करा सकते, वो सरकार कैसे चलाएंगे?- अरविंद केजरीवाल*
‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 2018 तलाटी का पेपर हुआ। 1800 पोस्ट थी। 32 लाख युवाओं ने आवेदन किया, लेकिन आज तक इन लोगों ने वो पेपर नहीं कराया। 2022 में दोबारा आवेदन मांगे, लेकिन फिर भी पेपर नहीं कराए। जो सरकार पेपर नहीं करा सकती है, वो सरकार कैसे चलाएंगे। सरकार चलाना उनके वश की बात नहीं है। मैं भरोसा दे रहा हूं कि दिसंबर में आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी और फरवरी में तलाटी का पेपर होगा। अप्रैल तक नतीजे आ जाएंगे और उसी महीने में सफल युवाओं की पोस्टिंग कर दी जाएगी। पूरे देश में दिवाली पर जितने पटाखे नहीं फूटते हैं, जितने गुजरात में पेपर फूटते (लीक होते) हैं। 2014 में चीफ ऑफिसर का पेपर लीक हुआ, 2015 में तलाटी का पेपर लीक हुआ, 2016 में जिला पंचायत, तलाटी का पेपर लीक हुआ। 2017 में बायलॉजी का 12वीं का पेपर लीक हुआ। 2017 में जीटीयू का सिविल इंजीनियरिंग का पेपर लीक हुआ। 2018 में टैट, मुख्य सेविका, लोक रक्षक, विंग सचिवालय क्लर्क, बीएड का पेपर लीक हुआ। 2021 में हेड क्लर्क, सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी के इकोनॉमी का पेपर लीक हुआ। 2022 में वन रक्षक, पीजीवीसीएल जुनियर असिस्टेंट, सातवीं क्लास, साउथ गुजरात यूनिवर्सिटी और 10वीं का हिन्दी का पेपर लीक हुआ। इनको शर्म नहीं आती है। इनसे पेपर नहीं होते हैं, ये सरकार क्या चलाएंगे। ऐसे लोगों को क्यों वोट देते हो, जिनसे पेपर नहीं होते हैं, तो वो सरकार कैसे चलाएंगे? सरकार चलाना बड़ा मुश्किल काम है। इनसे एक पेपर नहीं होते हैं और गुजरात के लोगों ने इनको इतनी बड़ी जिम्मेदारी दे दी। पेपर लीक होने की वजह से क्या कोई जेल गया? लेकिन अब जेल जाएगा। मध्यप्रदेश में तो व्यापम घोटाला हुआ था। गुजरात में तो महा व्यापम घोटाला चल रहा है। मनीष सिसोदिया ने कोई गलत काम नहीं किया, फिर भी झूठा केस बनाकर सीबीआई भेज दी, लेकिन पेपर लीक करने वालों के यहां सीबीआई की रेड नहीं हुई, क्योंकि पेपर लीक करने वाले सारे इन्हीं के लोग हैं। हमारी सरकार बनेगी, तो कड़ा कानून लेकर आएंगे और पेपर लीक करने वालों को कम से कम 10 साल की सजा होगी। 2015 के बाद से जितने पेपर लीक हुए हैं, उन सबकी दोबारा जांच कराई जाएगी और सभी पेपर लीक करने वाले को जेल भेजेंगे।
*इनके एक बड़े नेता कहते हैं कि सरकारी नौकरी पहले पार्टी के लोगों को मिलेगी, सरकारी नौकरी किसी पार्टी की नहीं है, इस पर गुजरात के युवाओं का अधिकार है- अरविंद केजरीवाल*
‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इनके एक बहुत बड़े नेता हैं। वो कहते हैं कि सरकारी नौकरी पहले केवल पार्टी के लोगों को मिलेगी। सरकारी नौकरी क्या उनके पिताजी की है। सरकारी नौकरी किसी पार्टी की नौकरी नहीं है। वो गुजरात के युवाओं की नौकरी है। हर सरकारी नौकरी पर गुजरात के युवाओं का अधिकार है। हम पूरी पारदर्शिता के साथ भर्ती करेंगे। दिसंबर में हमारी सरकार बनेगी और फरवरी में तलाटी का पेपर होगा। अप्रैल में नतीजे आने के बाद सबकी पोस्टिंग हो जाएगी। मई में टैट वन और टैट टू की परीक्षा कराई जाएगी। टीईटी वन, टीईटी और टीएटी की परीक्षा मई में कराई जाएगी और जुलाई में नतीजे आ जाएंगे। जुलाई में जितने शिक्षक और कर्मचारी काम कर रहे हैं, उनको एक मौका दिया जाएगा कि आप किस जिले में पोस्टिंग चाहते हैं। वो अपने मन पसंद जिले में जा सकेंगे। अगस्त में शिक्षकों के सभी रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। अक्टूबर तक सभी नए शिक्षकों की पोस्टिंग कर दी जाएगी। नवंबर में सब इंस्पेक्टर और असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर की भर्ती शुरू की जाएगी और दिसंबर 2023 में सबको पोस्ट कर दिया जाएगा। यह भर्ती कैलेंडर हमारी तरफ से युवाओं को गारंटी है। दिल्ली में हमने पिछले कुछ सालों में युवाओं को 12 लाख रोजगार दिलवाएं हैं। हमने जॉब पोर्टल खोला, जॉब मेला लगाया, सरकारी नौकरियां निकाली और 12 लाख युवाओं को नौकरियां दिलाई। हमें रोजगार देना आता है। हमारी नीयत भी साफ है। मैं गारंटी देता हूं कि गुजरात के हर युवा को हम पांच साल के अंदर रोजगार दिलाने की कोशिश करेंगे। लेकिन जब तक रोजगार नहीं मिल जाता है, तब तक बेरोजगार युवा को तीन हजार रुपए महीना बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा। ये कहते हैं कि पैसा कहां से आएगा। सरकार में पैसे की कमी नहीं है। चिंता मत करना।
*जैसे पंजाब में सरकार बनते ही हमने सरकारी नौकरियां निकालनी शुरू कर दी, वैसे ही गुजरात में भी सरकार बनते ही भर्तियां शुरू कर देंगे- अरविंद केजरीवाल*
‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सरकार बनाने के बाद हम 10 लाख सरकारी नौकरियां निकालेंगे। हमने पूरी प्लानिंग की है। हम हवा में बात नहीं कर रहे हैं। जितनी भर्ती निकलती है और उनकी भर्ती होती है, उसमें एक वेटिंग लिस्ट भी निकाली जाएगी। ताकि जो लोग ज्वाइन न करें, तो वोटिंग लिस्ट से उसको पद को भरा जा सके। एक साल के लिए वेटिंग लिस्ट चालू रहेगी। पहले बड़े पदों पर भर्तियां की जाएंगी, फिर छोटे पदों पर भर्ती की जाएगी, ताकि रिक्त पद न रह सकें। सरकारी भर्ती के लिए तकरीबन 32 लाख बच्चे जाते हैं। जब वो बच्चे परीक्षा देने के लिए जाएंगे, उस दिन उनके बस के आने-जाने का किराया फ्री होगा। हमारी पंजाब में अभी कुछ माह पहले ही सरकार बनी है। पंजाब में सरकार बनते ही हमारी सरकार ने नौकरियां निकालनी शुरू कर दी। हम लोग 26 हजार युवाओं नौकरियां देने वाले हैं और 36 हजार कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने वाले हैं। गुजरात में जैसे ही हमारी सरकार बनेगी, पहले साल से ही हम भर्तियां शुरू कर देंगे। गुजरात के अंदर जितनी प्राइवेट नौकरियां हैं, उनमें 80 फीसद नौकरियां गुजरात के युवाओं को देनी पड़ेगी। प्राइवेट क्षेत्र में 80 फीसद नौकरियां गुजरात के युवाओं के लिए रिजर्व होंगी, उसके लिए कानून लाया जाएगा। ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने युवाओं से पूछा कि क्या कभी गुजरात के मुख्यमंत्री ने आमने-सामने बैठ कर आपके साथ बात की? मैं मुख्यमंत्री जी से निवेदन करता हूं कि अब चुनाव में तीन महीने रह गए हैं। इन तीन महीनों में अपने बच्चो के साथ एक बार तो बैठ कर चर्चा कर लीजिए। इन लोगों मीडिया को खूब डरा रखा है। मीडिया वाले बहुत अच्छे हैं। सारे मीडिया वालों को आर्डर जारी कर रखा है कि किसी भी डिस्कशन में आम आदमी पार्टी वालों को नहीं बुलाना। अखबारों को कहा हुआ है कि आम आदमी पार्टी की खबर नहीं छपनी चाहिए। मैं गुजरात के युवाओं से अपील करना चाहता हूं कि हम यह चुनाव सोशल मीडिया पर लड़ेंगे। सारे युवाओं से अपील है कि आप फेसबुक, ट्वीटर, इंस्टाग्राम, लिंकडिन पर प्रचार करो कि इस बार आम आदमी पार्टी को वोट देना है। जैसे हम लोगों ने दिल्ली बदली, फिर पंजाब बदल रहे हैं, आप सब के साथ मिलकर गुजरात को भी बदलेंगे। नया गुजरात बनाएंगे। मुझे लग रहा है कि गुजरात एक बड़ा बदलाव मांग रहा है। 27 साल में इन लोगों से गुजरात तंग आ गया है। गुजरात एक बड़े बदलाव की तरफ जा रहा है और हम सब मिलकर एक नया गुजरात बनाएंगे।
*हमारे युवा डिग्री लेकर बैठे है, लेकिन सरकार नौकरियां देने के लिए तैयार नहीं है, गुजरात में नौकरियों की कमी नहीं है, लेकिन सरकार इस पर कुंडली मारे बैठी है – मनीष सिसोदिया*
गुजरात के भावनगर में युवा रोजगार संवाद में युवाओं के साथ चर्चा करते हुए आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि मैं जब पिछली बार अप्रैल में भावनगर आया तो यहां शिक्षा मंत्री के इलाके में स्कूलों का हाल देखा, यहां स्कूल ऐसे थे मानों, लम्बे समय से बंद किसी कबाड़खाने के दरवाजे खोल दिए हो। क्लास मकड़ियों के जाले से अटे पड़े थे। उन्होंने कहा कि आज सुबह यहीं के एक व्यक्ति से बात की तो उन्होंने बताया कि केवल स्कूल नहीं, सरकारी कॉलेजों की हालत भी खराब है, उनकी हालत स्कूलों से भी बदतर है। गुजरात के युवाओं को यह तस्वीर बदलनी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हमने अरविंद केजरीवाल जी के मार्गदर्शन और विज़न में शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली-पानी जैसी सुविधाओं पर काम तो किया ही है। हमे सबसे बड़ा जो काम किया वो था युवाओं को रोजगार देना। उन्होंने कहा कि आज देश की सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है। हमारे युवा पढ़-लिख कर, डिग्री लेकर बैठे है, पर उनके पास नौकरियां नहीं है और जहाँ नौकरियां है, वहां सरकार नौकरियां देने के लिए तैयार नहीं है। गुजरात में भी नौकरियां की कमी नहीं है, लेकिन सरकार इस पर कुंडली मारे बैठी है।
*दिल्ली में इतने साल में कोई पेपर लीक नहीं हुआ और हमने पेपर लीक करने वालों पर ऐसा शिकंजा कसा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी हमारी तारीफ़ की- मनीष सिसोदिया*
वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने बताया कि 2015 से पहले तक दिल्ली में भी यही हाल था। 2015 में जब अरविंद केजरीवाल जी की सरकार बनी तो हमने डीएसएसएसबी का रिकॉर्ड देखा और पाया कि 2007-08 से कोई नई भर्ती नहीं निकाली गई है। जब मैंने मीटिंग कर अधिकारियों से पूछा कि इस रफ़्तार से खाली पड़ी भर्तियों को भरेंगे तो कितना समय लगेगा, तो उस पर अधिकारियों का जबाव आया कि 35 साल लगेंगेद्य। नौकरियों को लेकर जो हाल आज गुजरात में है, वही हाल दिल्ली में भी था। वहां भी हमेशा पेपर लीक होते थे और जिस दिन हमने सरकार बनाई और शपथ लिया, उस दिन से एक भी पेपर लीक हुआ। हमने अरविंद केजरीवाल जी के नेतृत्त्व में दिल्ली में ऐसी व्यवस्था बनाई कि आज इतने साल हो गए कोई पेपर लीक नहीं हुआ और पेपर लीक करने वालों पर ऐसा शिकंजा कसा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी हमारी तारीफ़ की।
*हमने दिल्ली में सरकारी और प्राइवेट क्षेत्र में 12 युवाओं को रोजगार दिया- मनीष सिसोदिया*
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने बताया कि अरविंद केजरीवाल जी के नेतृत्त्व में हमने दिल्ली में युवाओं को 2 लाख सरकारी नौकरियां दी और सरकार ने एक पोर्टल तैयार किया, जहाँ नौकरी लेने वाले और नौकरी देने वाले लोगों को साथ लाने का काम किया। सरकार के इस पहल से प्राइवेट सेक्टर्स में हमने 10 लाख नौकरियां दीद्य। उन्होंने कहा कि आज गुजरात के युवाओं को नौकरियों की जरुरत है, पर सरकार युवाओं को नौकरियां दे नहीं रही या फिर उन्हें नौकरियां देने का निर्णय नहीं ले पाती है। पेपर लीक करने वाले रैकेट को रोक नहीं पाती। उन्होंने भावनगर के युवाओं से आह्वान किया कि आज युवा जितनी मेहनत नौकरियां पाने के लिए कर रहे है, उतनी ही मेहनत उन लोगों को सरकार में लाने के लिए करें, जो गुजरात में पेपर लीक करने की परम्परा को ख़त्म करेंद्य। मैं पिछली बार जब भावनगर आया था उसकी तुलना में इस बार युवाओं का जोश सैकड़ों गुणा बढ़ा है, और गुजरात के युवाओं का यही बढ़ता जोश है, जिससे डरकर केंद्र में बैठी सरकार मुझ पर सीबीआई का शिकंजा कस रही है। मैं आपसे यही कहने आया हूँ कि मेरी गर्दन इमानदारी की गर्दन है, यह सीबीआई के किसी भी शिकंजे में नहीं फंसने वाली, यह मेरी जिम्मेदारी है और गुजरात के आप युवाओं की जिम्मेदारी है कि आप हमेशा यह जोश बनाए रखे और उन लोगों को चुनें जो आपके रोजगार के लिए काम कर सकें।