इधर केजरीवाल सरकार ने उठाये एलजी के 10 एल्डरमैन पर सवाल तो जवाब में केजरीवाल के सभी 30 मनोनीत पार्षदों का खुल गया सारा चिट्ठा…

बजाते रहो न्यूज़

दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा है की एल्डरमैन नियुक्ती पर बौखलाई आम आदमी पार्टी अब सेल्फ गोल कर गई है। बेहतर होता एल्डरमैन नियुक्त लोगों की राजनीतिक पृष्ठभूमि पर सवाल उठाने से पहले आम आदमी पार्टी नेता सौरभ भारद्वाज 2017-22 निगम सदन में नामांकित एल्डरमैनों की राजनीतिक पृष्ठभूमि याद कर लेते।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा है की 2017 में संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार दिल्ली सरकार के पास तत्कालीन तीनों नगर निगमों में दस दस एल्डरमैन नियुक्त करने का अधिकार था और तब आम आदमी पार्टी के 30 कार्यकर्ताओं को एल्डरमैन नियुक्त किया गया था। उनमे से हर एक के आम आदमी पार्टी से जुड़ाव के सबूत उनके सोशल मीडिया आकउंट से तो मिल ही सकते हैं पर हम व्यक्तिगत रूप से भी कुछ के प्रमाण रख रहे हैं।

सिर्फ यही नही की आम आदमी पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं की नियुक्ती करवाई थी बल्कि बड़ा संवैधानिक घपला किया था और दक्षिण दिल्ली निगम क्षेत्र में रहने वाले अपने *दो पार्टी प्रवक्ताओं घनेंद्रा भारद्वाज एवं कैप्टन शालिनी* को पूर्वी दिल्ली नगर निगम में नामांकित कर दिया था, जिस पर बड़ा विवाद हुआ पर केजरीवाल सरकार ने गलती को नही स्वीकारा।

इसी तरह 2017 में पूर्वी दिल्ली में नियुक्त एल्डरमैन *हाजी युनूस* 2020 में विधायक बन गये और एल्डरमैन *अतुल गुप्ता* ने विश्वास नगर से आम आदमी पार्टी के टिकट पर विधायक का चुनाव लड़ा, हार गये पर एल्डरमैन बने रहे।

ठीक इसी तरह दक्षिण दिल्ली निगम में नामांकित एल्डरमैन *भगवान सिंह जून* आज बिजवासन से आम आदमी पार्टी के विधायक थे।

इसी तरह उत्तरी दिल्ली में नामांकित एल्डरमैन नरेला के *कुलदीप मित्तल* भी आम आदमी पार्टी से चुनाव लड़ चुके हैं तो बकौली से एल्डरमैन रहे *सत्यपाल कैम* जम्मू-कश्मीर के लियें आम आदमी पार्टी के सह प्रभारी हैं।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा है मैं आम आदमी पार्टी को चुनौती देता हूँ की वह अपने किसी भी नेता को मेरे साथ भेज दें मैं 2017 में नामांकित 30 एल्डरमैनों में से 27 के घरों पर आम आदमी पार्टी के बोर्ड दिखा दूंगा क्योंकि शेष तीन अब “आप” की असलियत को पहचान कर उन्हे छोड़कर भाजपा में आ चुके हैं।

 

Get real time updates directly on you device, subscribe now.