बजाते रहो न्यूज़
दिल्ली नगर निगम के सदन में बीते 6 जनवरी को आम आदमी पार्टी और भाजपा के पार्षदों के बीच एलजी वी के सक्सेना द्वारा मनोनीत 10 पार्षदों के शपथ को लेकर खूब हंगामा कटा।
उस घटना के बाद लोगों की निगाहें महापौर के चुनाव से कही ज्यादा उन सभी 10 मनोनीत पार्षदों के शपथ को लेकर टिक गई हैं।
बजाते रहो न्यूज़ के हांथ इसी मुद्दे पर एक बड़ी जानकारी हांथ लगी है।एलजी सूत्र की माने तो उन सभी मनोनीत पार्षदों के शपथ को लेकर हुए भयंकर बवाल के बाद अब निर्णय यही लिया गया है कि उन सभी दसों मनोनीत पार्षदों का शपथ कार्यक्रम खुद एलजी के ही हांथो किया जा सकता है।
इसके पीछे जो तर्क दिया जा रहा है वो यही है कि अब दिल्ली नगर निगम का मतलब केन्द्र सरकार है।दिल्ली के शासक उपराज्यपाल है जो जब चाहे तो अपने अधिकार का इस्तेमाल कर ये निर्णय ले सकते हैं।
बता दें कि एमसीडी के चुनाव के बाद जो परिणाम आया उसमें 250 में से 134 सीट आम आदमी पार्टी जीती तो वहीं भाजपा के हांथ 105 सीट आई जिसमें एक निर्दलीय है जो जीत दर्ज करने के बाद भाजपा में शामिल हो गया।उधर कांग्रेस 9 सीटों पर ही सिमट गई बाकी 2 वार्ड निर्दलीय के हांथ लगे है।