बजाते रहो न्यूज़
दिल्ली नगर निगम के कर्मचारियों को एमसीडी में बैठी केजरीवाल सरकार की ओर से पहला भारी झटका मिला है। जिसमे कई सालों से काम कर रहे लगभग 1000 डाटा एंट्री ऑपरेटरों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। साथ ही लगभग 2000 निगम के उद्यान विभाग में काम करने वाले माली और हेल्परों को भी निकाल दिया गया है।
आलम ये है कि वर्षों से निगम में काम करने वाले सभी प्रभावित कर्मचारी अब सड़कों पर आ गए हैं । आदेश के अनुसार 1 अप्रैल से इन कर्मचारियों को निगम के कार्यालय में घुसने से और अपनी हाजिरी लगाने से मना कर दिया गया है।
इस घटनाक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली भाजपा प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि हम तो पहले से जानते थे की आम आदमी पार्टी सत्ता में आते ही कांट्रैक्ट कर्मियों को हटाये क्योंकि जिस तरह उन्होने दिल्ली सरकार एवं सिविल डिफेंस में अपने कार्यकर्ता भर्ती किये हुऐ हैं अब वही सब दिल्ली नगर निगम में भी करेंगे जिससे निगम कार्य ठप्प होंगे।
साथ ही कपूर ने कहा कि महापौर द्वारा कांट्रैक्ट मालियों की सेवा विस्तार फाइलें रुकवाने का सीधा प्रभाव कल एक अप्रैल की सुबह से निगम पार्कों के रखरखाव पर पड़ेगा जहाँ अधिकांश माली एवं चौकीदार कांट्रैक्ट कर्मी हैं। कल से दिल्ली के निगम पार्कों का रखरखाव ठप्प हो जायेगा क्योंकि निगम अघिकारियों ने होरटिकल्चर विभाग के कांट्रैक्ट कर्मियों को कल से ना आने का ग्रुप वाटसअप मैसेज भेज दिया है।
वहीं भाजपा पार्षद संदीप कपूर ने कहा कि आम आदमी पार्टी का कर्मचारी विरोधी चेहरा उजागर हुआ है । आने वाले समय में दिल्ली नगर निगम के कामों में तो शिथिलता आएगी और जनता को निगम में काम करवाने के लिए परेशानियां झेलनी पड़ेगी क्योंकि इन रिक्तियों को भरने के लिए अभी तक नई टेंडर की प्रक्रिया भी शुरू नहीं की गई है ।
हम मांग करते हैं कि जल्दी से जल्दी इन सभी कर्मचारियों को दोबारा से अपने पदों पर रखा जाए । भारतीय जनता पार्टी के पार्षद यह भी देखेंगे जैसे दिल्ली सरकार में सिविल डिफेंस और और विभागों में कार्य करने के लिए भर्तियों में घोटाला किया गया और अपने चहेतों को बिना योग्यता के ही नौकरियां दी गई ऐसा भ्रष्टाचार दिल्ली नगर निगम में नहीं करने दिया जाएगा और मांग करते हैं कि भर्ती की प्रक्रिया को पारदर्शी रखा जाये।
भाजपा नेताओं ने निगमायुक्त ज्ञानेश भारती से कहा है कि वह जनहित में होरटिकल्चर विभाग सहित सभी कांट्रैक्ट कर्मियों को तुरंत सेवा विस्तार दें