बजाते रहो न्यूज़
दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा है कि एमसीडी की मेयर डॉ शैली ओबेरॉय की दिल्ली सरकार के अस्पतालों में मौजूद रोगी कल्याण समितियों की तर्ज पर एमसीडी अस्पतालों और औषधालयों के लिए प्राथमिक उपचार समितियों के गठन की घोषणा सिर्फ एक राजनीतिक स्वांग है।
दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता ने कहा है कि एमसीडी अपने 9 अस्पतालों और 243 प्रसूति केंद्रों और डिस्पेंसरियों की एक श्रृंखला को बिना किसी राजनीतिक हस्तक्षेप के बहुत आसानी से चला रही है।
अफसोस की बात है कि महापौर डॉ शैली ओबेरॉय जिनके पास एमसीडी मामलों का कोई अनुभव नहीं है, ने कुछ दिन पहले शिक्षा मंत्री सुश्री आतिशी के दबाव और प्रभाव में दिल्ली सरकार के स्कूलों के पैटर्न की तरह एमसीडी स्कूलों के लिए स्कूल प्रबंधन समितियों के गठन की घोषणा की।
आज फिर से दिल्ली सरकार के दबाव में महापौर ने एमसीडी अस्पतालों और औषधालयों को चलाने के लिए दिल्ली सरकार की रोगी कल्याण समितियों की तर्ज पर प्राथमिक उपचार समितियों के गठन की घोषणा की है।
दिल्ली सरकार द्वारा अपने स्कूलों और अस्पतालों के लिए बनाई गई स्कूल प्रबंधन समितियां और रोगी कल्याण समितियां, दोनों ही विफल रही हैं और दिल्ली सरकार के स्कूलों और अस्पतालों के प्रशासन में सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ताओं को शामिल करने की कार्यप्रणाली का एक हिस्सा मात्र रही हैं।
दिल्ली बीजेपी ने एमसीडी स्कूलों के लिए एसएमसी के गठन का कड़ा विरोध किया था और आज प्राथमिक उपचार समितियों के गठन का कड़ा विरोध करते हैं क्योंकि इससे एमसीडी के स्वास्थ्य विभाग के कामकाज में केवल राजनीतिक हस्तक्षेप बढ़ेगा।
महापौर द्वारा घोषित प्राथमिक उपचार समिति के विचार की मूल विचार ही धूमिल है क्योंकि इसके गठन प्रारूप में किसी विपक्षी पार्षद को कोई स्थान नहीं मिलता है जो की एक लोकतांत्रिक व्यवस्था में अनिवार्य होता है।