बजाते रहो न्यूज़
नई दिल्ली, 27 जून।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कोविड काल के दौरान शीशमहल के नाम से मशहूर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बंगले के नवीनीकरण और पुनर्निर्माण में हुई वित्तीय और प्रशासनिक अनियमितताओं की सी.ए.जी. जांच कराने का स्वागत किया है।
सचदेवा ने कहा है कि सी.ए.जी. देश की सर्वोच्च प्रतिष्ठा वाली सर्वोच्च ऑडिट संस्था है और इसकी जांच से जल्द ही पता चलेगा कि किसके दबाव में पी.डब्ल्यू.डी. अधिकारियों ने कानूनों का उल्लंघन किया और मुख्यमंत्री के लिए आलीशान बंगले का निर्माण किया, अन्यथा वे केवल टाइप VII बंगले के आवास के लिए पात्र थे।
सी.ए.जी. को यह तथ्य सामने लाना चाहिए कि कैसे केजरीवाल सरकार द्वारा बंगले के लिए बार-बार राशि स्वीकृत की गई, जिसका स्वामित्व शीर्षक स्पष्ट नहीं था और दिल्ली शहरी कला आयोग और दिल्ली नगर निगम जैसे संबंधित विभागों ने पी.डब्ल्यू.डी. मंजूरी योजना अनुमोदन अनुरोधों को अस्वीकार कर दिया था।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि आज हमें 2011-12 के दिन याद आ रहे हैं जब अरविंद केजरीवाल ने तत्कालीन कांग्रेस सरकार खासकर 2जी और 3जी घोटाले में मंत्री कपिल सिब्बल और ए. राजा की भूमिका की सी.ए.जी. जांच की मांग की थी, लेकिन आज हम केजरीवाल को सी.ए.जी. जांच का विरोध करते हुए देखेंगे क्योंकि आज हथौड़ा खुद पर पड़ने वाला है।