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*दिल्ली की ‘आप’ सरकार का बड़ा फैसला, बाजारों की अब इलेक्ट्रिक मशीनों से होगी सफाई- डॉ शैली ओबरॉय*
*- निगम मुख्यालय सिविक सेंटर से हरी झंडी दिखाकर मेयर मंगलवार सुबह 10 बजे मशीनों को रवाना करेंगी*
*- ये सक्शन मशीनें पर्यावरण के अनुकूल हैं, बैटरी से संचालित मशीनें पर्यावरण में धूल फैलाए बिना कचरा खींच लेंगी- डॉ शैली ओबरॉय*
*- इसके अलावा मशीनें रीयल टाइम मॉनिटरिंग के लिए इनबिल्ट जीपीएस और माउंटेड कैमरे से लैस हैं- डॉ शैली ओबरॉय*
*नई दिल्ली, 12 फरवरी, 2024*
दिल्ली नगर निगम की ‘आप’ सरकार ने बड़ा फैसला किया है। दिल्ली के बाजारों की अब इलेक्ट्रिक मशीनों से सफाई होगी। पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत कल मंगलवार से होगी। निगम मुख्यालय सिविक सेंटर से मेयर हरी झंडी दिखाकर सुबह 10 बजे आठ मशीनों को रवाना करेंगी। पायलट प्रोजेक्ट के सफल होने पर पूरी दिल्ली के बाजारों की सफाई इलेक्ट्रिक मशीनों के जरिए होगी।
मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने कहा कि ये सक्शन मशीनें हैं बिना धूल फैलाए कचरा खींच लेती हैं। ये मशीनें पर्यावरण के अनुकूल हैं क्योंकि ये बैटरी से संचालित होती हैं, इनसे ध्वनि प्रदूषण नहीं होता है। मशीन एक दिन में 4-5 बार डंप करती थी जो प्रति दिन 800-1000 लीटर कूड़े के संग्रहण के बराबर होता है।
उन्होंने बताया कि मशीन में बिन कंटेनर है, जिसका वॉल्यूम 240 लीटर है और 200 एएच (लिथियम-आयन बैटरी) की मजबूत बैटरी क्षमता है। इन मशीनों में उच्च परिचालन दक्षता है। बैटरी का बैकअप का 8 से 10 घंटे का है, जो बिना किसी रुकावट के लंबे समय तक उपयोग और उत्पादकता बढ़ाता है। इसके अलावा बाजारों की निर्बाध सफाई को सक्षम बनाता है।
मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने कहा इन 8 मशीनों को दिल्ली में बाजारों की सफाई के लिए पायलट प्रोजेक्ट पर लगाया जाएगा। ये मशीनें वास्तविक समय की निगरानी (रीयल टाइम मॉनिटरिंग) के लिए इनबिल्ट जीपीएस और माउंटेड कैमरे से लैस हैं। जी-20 के दौरान इनका इस्तेमाल हुआ था, जो कि काफी संतोषजनक था,
*बाजारों में सफाई रखना चुनौती*
दिल्ली के स्थानीय बाजारों को स्वच्छता संबंधी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। जिसका हल मैन्युअल स्वीपिंग द्वारा नहीं किया जा सकता। बुनियादी ढांचे का उच्च घनत्व और अतिक्रमण के कारण बाजारों में पूरे दिन स्वच्छता बनाए रखना मुश्किल हो जाता है।
इसके अलावा, मैन्युअल स्वीपिंग करने से वातावरण में धूल फैलती है जिससे आगंतुकों और दुकान मालिकों को असुविधा होती है। वायु प्रदूषण को कम करने में और बाजार में स्वच्छ वातावरण बनाए रखने के लिए एमसीडी ने बाजारों की बेहतर स्वच्छता के लिए 8 बैटरी चालित वैक्यूम आधारित लिटरपिकर मशीनें ली हैं।
*बाजारों की एक दिन में दो बार होगी सफाई*
दिल्ली के बाजारों की एक दिन में दो बार सफाई होगी। बाजारों में भारी भीड़ होने के चलते तेजी से गंदगी फैलती है। निगम की आप सरकार दिल्ली के बाजारों को साफ-सुथरा बनाना चाहती है। ऐसे में सुबह और दोपहर में सफाई करवाने की योजना है। आम आदमी पार्टी की सरकार के पहले बजट में भी इसका ऐलान किया गया है कि जल्द दिल्ली के बाजारों की दिन में दो बार सफाई होगी।