MCD : 28 साल बाद आखिरकार आयुक्त ने भेज दी निगमकर्मियों को गुड न्यूज.. बोले कर्मचारी थैंक यू बजाते रहो भारत न्यूज़
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बीते लगभग 28 सालों से अपने पद सृजन की मांग कर रहे दिल्ली नगर निगम के डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर यानी कि डीबीसी कर्मचारियों को आखिरकार उनका हक मिल ही गया।कर्मचारियों की लगातार मांग को देखते हुए उन्हें MTS (PH) पद देकर उनकी मांग पूरी कर दी गई है।
दिल्ली नगर निगम द्वारा जारी आर्डर में लिखा है कि 3092 डीबीसी कर्मचारियों को वेकेंट एमटीएस पोस्ट में भर्ती किया जा रहा है।
इस आर्डर के बाद डीबीसी से एमटीएस(पीएच) पोस्ट में परिवर्तित कर्मचारियों ने तहे दिल से बजाते रहो भारत न्यूज़ की एडिटर इन चीफ श्रावणी मिश्रा का धन्यवाद किया।
एन्टी मलेरिया एकता कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष देवानंद शर्मा ने कहा कि इस मांग के लिए श्रावणी मिश्रा ने लगातार कर्मचारियों के बीच खड़े होकर उनकी आवाज उठाई है। जिसके लिए उन्होंने एंटी मलेरिया एकता कर्मचारी यूनियन की तरफ से धन्यवाद किया।
वही Dbc कर्मचारी रवि शर्मा ने लिखा कि श्रावणी मिश्रा जी ने हम सबके लिए वो किया जो कोई और नहीं कर सकता है। उन्होंने हम सबके दिल की बात समझी और उसे पर एक्शन लिया। क्या नेता,क्या पक्ष ,क्या विपक्ष क्या अधिकारी ऐसा कोई नहीं जिससे हमारी श्रावणी बहन ने सवाल ना किया हो। उन्होंने इस लड़ाई को अपनी लड़ाई समझ कर लगातार आवाज उठाई जिसके लिए DBC कर्मी उनका धन्यवाद करते हैं।
वही आदेश कुमार ने लिखा कि बहन श्रावणी जी ने सबसे ज्यादा मेहनत की है और मैं आशा करता हूं की बहन श्रावणी जी ही हम सभी कर्मचारियों को पक्का भी करवायेंगी। उनकी जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है। हम सभी कर्मचारी की ओर से आशा करता हूं कि बजाते रहो भारत न्यूज़ एक दिन भारत का सबसे बड़ा न्यूज़ चैनल होगा।
मिक्की ने लिखा है की बहन जी का शुरू से ही अहम रोल रहा है हमारी लड़ाई में। हम बहन जी का शुक्रिया दिल से करते हैं। हमारी इस लड़ाई में श्रावणी बहन का बहुत बड़ा योगदान है।
वहीं हाकिम सिंह ने लिखा है कि श्रावणी मिश्रा जी ने डीबीसी कर्मचारियों को हित की लड़ाई लड़ी और अपने चैनल के माध्यम से हमारे 28 वर्ष के दुख दर्द को उच्च लेवल के अधिकारी तक पहुंचने में अहम भूमिका निभाई है आज श्रावणी मिश्रा की देन है जो अपने मीडिया के माध्यम से अधिकारियों को रूबरू करा कर डीबीसी कर्मचारियों के दुख दर्द को बखूबी समझकर एमटीएस पद दिलवाने में कामयाबी हासिल की जिसके लिए हम उनका नमन करते हैं