DELHI: दिल्लीवालों के लिए बुरी खबर..नहीं मिलने वाला कूड़े के पहाड़ से जल्द निजात क्योंकि..

बजाते रहो भारत न्यूज़

दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने आज एक पत्रकार सम्मेलन में कहा है कि दिल्ली की तीनों बड़ी लैंडफिल साइट की सफाई की तारिख 2028 तक बढ़ा कर आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में नगर निगम में सत्ता में बने रहने का अधिकार खो दिया है।

पत्रकार सम्मेलन में दिल्ली नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष सरदार राजा इकबाल सिंह और प्रदेश प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर उपस्थित थे और उन्होंने कहा कि गत दो साल में दिल्ली नगर निगम जनसेवा करने की जगह “आप” नेताओं एवं पार्षदों के भ्रष्टाचार का केंद्र बन गया है।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि 2016 से नवम्बर 2023 तक “आप” नेताओं खासकर खुद अरविंद केजरीवाल एवं दुर्गेश पाठक ने दिल्ली के लोगों से ना जाने कितनी बार नगर निगम में सत्ता में आते ही दिल्ली को कूड़ा मुक्त करने और लैंडफिल साइट साफ करने का वादा किया।

दिल्ली नगर निगम चुनाव से ठीक पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 27 अक्टूबर 2022 को गाज़ीपुर लैंडफिल साइट गये और दिल्ली वालों से नगर निगम सत्ता में आते ही वरीयता पर तीनों लैंडफिल साइट साफ करने का वादा किया।

सत्ता में आते ही आम आदमी पार्टी ने भाजपा सेवाकाल की तय लैंडफिल साइटों की सफाई की तारिखों को आगे बढ़ा दिया और तीसरी डेडलाइन तय की जिसके अनुसार ओखला साइट 2024 के अंत में, भलस्वा साइट में और गाज़ीपुर लैंडफिल साइट 2026 के अंत तक साफ हो जानी थीं पर अब अरविंद केजरीवाल की पार्टी इन तारीखों से भाग रही है।

दिल्ली वालों ने नवम्बर 2022 के निगम चुनाव में दिल्ली नगर निगम की सत्ता आम आदमी पार्टी को सौंपी, शायद लोगों को लगा की दिल्ली सरकार एवं नगर निगम एक पार्टी के पास होंगे तो दिल्ली स्वच्छ बनेगी, प्रदूषण रहित होगी और विकास तेज़ होगा पर आज निगम की बागडोर “आप” को सौंपने के 22 माह बाद दिल्ली की जनता दिल्ली की बदहाली एवं बर्बादी देख कर स्तब्ध है, पछता रहे हैं।

सचदेवा ने कहा है कि पहले दिल्ली के हर निगम वार्ड में दो से तीन कूड़े के ढलाव होते थे जहाँ दिन भर कूड़ा पड़ा रहता था और अपने आप में एक समस्या था।

विषम आर्थिक समस्याओं के बीच काम करते हुए तत्कालीन भाजपा निगम प्रशासन ने 2017 से 2022 के बीच तत्कालीन तीनों नगर निगमों के सभी वार्डों को कूड़ा ढलाव मुक्त करने और तीनों बड़ी लैंडफिल साइट को तीनों स्तरों में साफ करने की योजनाबद्ध नीति बनाई।

सचदेवा ने कहा कि धन आभाव में हम लैंडफिल साइट सफाई कार्य को तेज़ ना कर सके पर योजनाबद्ध काम करके 2017 से 2022 के मध्य ना सिर्फ दिल्ली की सार्वजनिक सफाई व्यवस्था को बेहतर किया बल्कि जनवरी 2022 में तत्कालीन तीनों नगर निगमों के सभी 272 वार्डों को कूड़ा ढलाव मुक्त कर दिया।

हम योजनाबद्ध तरीके से काम कर रहे थे, 2021 के अंत तक भलस्वा में 25% तक, गाज़ीपुर में 20% तक और ओखला में तो कूड़े से बिजली का प्लांट लगा कर 33% तक कूड़ा साफ कर चुके थे। यदि आज दिल्ली नगर निगम में भाजपा का सेवाकाल होता तो तीनों लैंडफिल साइट साफ होती।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि नवम्बर 2022 में हुए निगम चुनाव में दिल्ली वालों ने आम आदमी पार्टी को निगम में सत्ता सौंपी और उन्हे लगा की अरविंद केजरीवाल अपना 27 अक्टूबर 2022 का वादा निभायेंगे और एक साल में दिल्ली को स्वच्छ एवं लैंडफिल साइट मुक्त बनायेंगे पर हुआ इसके ठीक विपरीत।

सचदेवा ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल सरकार ने जाते जाते लैंडफिल साइट सफाई पर दिल्ली वालों को धोखा दिया है।

केजरीवाल ने 2022 का दिल्ली नगर निगम चुनाव लैंडफिल साइट सफाई एवं स्वच्छता को मुख्य मुद्दा बना कर जीता था, अब लैंडफिल सफाई की तारिख 2028 पर डाल पल्ला झाड़ लिया है।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा ने 2017-22 के बीच नगर निगम के माध्यम से दिल्ली में कूड़ा एकत्रीकरण गाड़ियां चलाईं, कॉम्पैक्टर लगवाये, सभी कूड़े के ढलाव बंद करवा कर ऐसी व्यवस्था की जिससे दिल्ली का कूड़ा वार्ड स्तर पर निस्तारित हो कर सीधे लैंडफिल साइट जाने लगा।

2022 में निगम सत्ता में “आप” आई और दिल्ली में डबल सरकार हो गई पर निगम स्थाई समिति ना बनने से नागरिक सुविधाएं ठप्प हो गईं और अब लैंडफिल साइट सफाई तारिख को 2028 पर टाल कर “आप” ने 2022-27 के लिए मिले जन मैंडेट के साथ विश्वासघात किया है।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि दिल्ली नगर निगम ने पिछली सुनवाई में माननीय सर्वोच्च न्यायालय को एफिडेविट दे कर सूचित कर दिया की स्टैंडिंग कमेटी ना होने के चलते लैंडफिल साइट सफाई डेडलाइन अब 2028 को माना जाये।

दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा है कि सत्ता के एक साल में लैंडफिल साइट सफाई करवाने का दावा करने वाले दुर्गेश पाठक एवं शैली ओबेरॉय के शासन में दिल्ली कूड़े की राजधानी बनी, दोनों इस्तीफा दें।

 कपूर ने कहा है कि 2016 से 2022 के बीच के अगर हम अखबार निकाल कर देखें तो हमे याद आयेगा की लगभग हर माह दुर्गेश पाठक एक पत्रकार सम्मेलन तीनों लैंडफिल साइट सफाई को लेकर करते थे पर आज जब सत्ताधारी “आप” ने नगर निगम लैंडफिल साइट सफाई की तारिख चुपचाप 2028 कर दी है तो महापौर से ज्यादा “आप” के नगर निगम प्रभारी दुर्गेश पाठक जवाबदेह हैं।

दिल्ली नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष सरदार राजा इकबाल सिंह ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल यूटर्न के माहिर हैं और वह पूरे देश में जहां जहां उन्होंने वायदा किया हैं वहां इन्होंने ठगने का काम किया है। नगर निगम में जबसे ये आए हैं नगर निगम ठप्प पड़ा हुआ है। कूड़े का पहाड़ हम जितना छोड़कर आए थे उससे आगे बढ़ चुका है और प्रतिदिन का 4000 टन नया कूड़ा जमा हो रहा है। जिस प्रकार से काम कर रहे हैं 2030 तक कूड़े को हटाने में यह असमर्थ रहेंगे। जिस प्रकार से निगम को लूटने और सिर्फ कुर्सी पर बैठने का काम किया है वह साफ दर्शाता है कि केजरीवाल या पूरी आम आदमी पार्टी को दिल्ली की चिंता नहीं है।

उन्होंने कहा कि आज दिल्ली के अंदर प्रदूषण की जो स्थिति है उसका प्रमुख कारण है कूड़े का पहाड़। वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, के साथ दिल्ली पूरी तरह से जहरीली बनती जा रही है और आम आमदी पार्टी साजिश के तहत दिल्ली में स्टैंडिंग कमेटी नहीं बनने दे रही है जिससे विकास कार्य आगे सुचारू रूप से चल सके।

Get real time updates directly on you device, subscribe now.