जाते जाते केजरीवाल ने कर दिया एक नया बवाल..मच गया हंगामा

बजाते रहो भारत न्यूज़

नई दिल्ली

दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी हार के बावजूद, अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी अपनी पुरानी हठधर्मिता, अराजकता और तानाशाही प्रवृत्ति से बाज नहीं आ रही है। आत्ममंथन करने के बजाय, आम आदमी पार्टी (AAP) अब भी सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग कर रही है।

ताजा घटनाक्रम में, AAP ने दिल्ली सरकार की आधिकारिक डिजिटल संपत्तियों को हाइजैक कर लिया है और उन्हें पार्टी के प्रचार का जरिया बना दिया है। दिल्ली सरकार के आधिकारिक **YouTube चैनल** का नाम बदलकर *”Arvind Kejriwal at Work”* कर दिया गया है, और इससे पहले मौजूद सभी वीडियो जिसमें महत्वपूर्ण विधानसभा सत्रों की रिकॉर्डिंग भी शामिल है, को पूरी तरह हटा दिया गया है।

भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता ने इस कृत्य की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि AAP ने जानबूझकर इन रिकॉर्डिंग्स को हटा दिया ताकि यह छुपाया जा सके कि उन्होंने किस तरह विधानसभा का दुरुपयोग किया, विपक्ष की आवाज को दबाया और सरकार को लोकतांत्रिक संस्थान के बजाय पार्टी कार्यालय की तरह चलाया।

इसी तरह, दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय (*CMODelhi*) के आधिकारिक *Twitter हैंडल* का नाम बदलकर *”Arvind Kejriwal at Work”* कर दिया गया है, जिससे सरकारी संसाधनों के व्यक्तिगत और राजनीतिक फायदे के लिए दुरुपयोग की गंभीरता स्पष्ट होती है।

विजेंद्र गुप्ता ने कटाक्ष करते हुए कहा कि चूंकि अरविंद केजरीवाल खुद चुनाव हारकर बेरोजगार हो चुके हैं, इसलिए उन्होंने मुख्यमंत्री कार्यालय के आधिकारिक पेज को *”Arvind Kejriwal at Work”* बना दिया, ताकि यह दिखाया जा सके कि वह अब भी काम कर रहे हैं, जबकि असलियत यह है कि वह 11 वर्षों तक दिल्ली के मुख्यमंत्री रहते हुए कुछ नहीं कर सके। इसी नाकामी की वजह से न केवल वह अपनी सीट हार गए, बल्कि पूरी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा।

उन्होंने कहा कि AAP को जनता के फैसले का सम्मान करना चाहिए और सरकारी संपत्तियों को अपनी निजी संपत्ति की तरह इस्तेमाल करने की मानसिकता छोड़नी चाहिए। उन्होंने दिल्ली के उपराज्यपाल से मांग की कि वे तुरंत सरकार की डिजिटल संपत्तियों का नियंत्रण अपने हाथ में लें और इस खुलेआम किए गए दुरुपयोग के लिए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।

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