आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा कोरोना के समय में राजनीतिक फायदा उठाने के लिए घटिया स्तर की राजनीति कर रही है। केंद्र की भाजपा सरकार के उपराज्यपाल ने दिल्ली में ऑड-ईवन और वीकेंड कर्फ्यू थोप रखा है। दिल्ली में जब ओमिक्रोन ने दस्तक दी तो भाजपा के लोग ट्वीट कर दिल्ली सरकार को कोस रहे थे कि बाजारों में बहुत भीड़ लगी हुई है, जिससे ओमिक्रोन फैल जाएगा। दिल्ली में ऑड ईवन लागू होने के चार-पांच दिन बाद भाजपा के समर्थकों ने कहना शुरू किया कि दिल्ली का व्यापार बर्बाद कर दिया। दिल्ली सरकार ने सिफारिश की कि कोरोना कम हो गया है तो ऑड ईवन और वीकेंड कर्फ्यू हटा लिया जाए। लेकिन भाजपा के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने सुझाव को ठुकरा दिया। केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा नियुक्त एलजी वीकेंड कर्फ्यू लगा रहे हैं। ऐसे में दिल्ली भाजपा किस दिन एलजी हाउस के बाहर धरना देगी। उन्होंने कहा कि जिस तरह से भाजपा हिंदू-मुसलमान, हिंदू-सिखों के बीच में नफरत फैलाती है, उसी तरह से व्यापारियों और गैर व्यापारिक लोगों के बीच में भी नफरत फैलाकर दुश्मनी करवाती है। दिल्ली में जब-जब कोरोना की आपदा आयी तब-तब आम आदमी पार्टी के विधायक, पार्षद और राज्यसभा के सांसद सड़कों पर लोगों की मदद करने के लिए निकले। मगर भाजपा के सांसद गायब रहे।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक सौरभ भारद्वाज ने पार्टी मुख्यालय में आज महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता को संबोधित किया। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पूरी दुनिया में कोरोना के समय में सभी देशों की सरकारें मिलकर काम करने की कोशिश करती हैं। राज्य सरकारें, केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम करने कोशिश करती हैं। मगर दिल्ली में पिछले 2 साल से देखा जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी कोरोना में भी राजनीतिक फायदा लेने की लगातार कोशिश करती है। जब-जब कोरोना की आपदा आई दिल्ली के आम आदमी पार्टी के चुने विधायक, पार्षद और राज्यसभा के सांसद सड़कों पर लोगों की मदद करने के लिए निकले। मगर भारतीय जनता पार्टी की तरफ से इस तरह का कोई काम नहीं हुआ कि दिल्ली वालों की मदद की जाए। इनके सांसद गायब रहे और उनका कोई पता नहीं था कि वह किसके लिए कहां पर काम कर रहे हैं।
दिल्ली को जब ऑक्सीजन की जरूरत थी तो किसी भी भारतीय जनता पार्टी के सांसद ने आवाज नहीं उठाई कि केंद्र सरकार दिल्ली वालों के साथ गलत कर रही हैं और ऑक्सीजन नहीं दे रही है। आज ओमिक्रोन की लहर पूरे देश और दुनिया के अंदर आई हुई है। उस वक्त भी भाजपा एक बहुत ही निम्न और घटिया दर्जे की राजनीति करने के लिए तत्पर है।
दिल्ली भाजपा , भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता और रामवीर सिंह बिधूड़ी के बयान, ट्विटर हैंडल और इनकी प्रेस वार्ता देखिए आपको इनकी घटिया और निम्न राजनीति का पता चल जाएगा। जब ओमिक्रोन ने दिल्ली में दस्तक दी तो यह भाजपा के लोग ट्वीट और प्रेस वार्ता करके पूरी दिल्ली सरकार को कोस रहे थे कि देखिए बाजारों में बहुत भीड़ लगी हुई है, जिससे ओमिक्रोन फैल जाएगा। इनके लोगों ने हर कॉलोनी के व्हाट्सएप ग्रुप में वीडियो डाले। भाजपा के नेताओं, समर्थकों और सोशल मीडिया के इनके पेड लोगों ने पूरे देश में वीडियो वायरल किए कि दिल्ली के बाजारों में बहुत भीड़ है। लेकिन भीड़ तो लखनऊ, एमपी, गुजरात के बाजारों में भी थी। मगर दिल्ली के बाजारों को निशाना बनाया गया। भाजपा के समर्थकों ने यह वीडियो चलाए और हाहाकार मचा।
रामवीर बिधूड़ी ने 12 जनवरी को कहा कि सुप्रीम कोर्ट भी कह रहा है लेकिन दिल्ली के बाजारों में भीड़ बहुत है। सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है कि दिल्ली के बाजारों की भीड़ को कम किया जाए। भाजपा की यह रणनीति जनवरी की शुरुआत में थी। अपने समर्थकों से पुराने वीडियो और नए वीडियो डलवाए कि बाजारों में बड़ी भीड़ है। उसके बाद सरकार ने पाबंदियां लगाई। रात को 8 बजे के बाद बाजारों को बंद किया गया। इवन-ऑड और वीकेंड पर कर्फ्यू लगाया गया। कर्फ्यू और ऑड ईवन लागू होने के चार-पांच दिन बाद भाजपा के समर्थकों ने व्हाट्सएप ग्रुप में यह डालना शुरू किया कि अरविंद केजरीवाल हमारा धंधा खराब कर रहा है। दिल्ली का व्यापार बर्बाद कर दिया। दिल्ली का व्यापारी क्या करेगा।
वही अब रामवीर बिधूड़ी ने ट्वीट कर कह रहे हैं उपराज्यपाल से अनुरोध है कि ऑड-ईवन और वीकेंड कर्फ्यू हटा कर व्यापारियों दुकानदारों कर्मचारियों और मजदूरों को राहत दें। कोरोना नियमों का दिल्ली सरकार सख्ती से पालन कराए।
भाजपा के ट्रेडर्स एसोसिएशन के लोग और भाजपा के कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स प्रवीण खंडेलवाल लिख रहे हैं बड़े स्तर पर पाबंदियां व्यापार को प्रभावित करेंगी। यह पूरी तरह से अनुचित है। ऐसे में सुझाव है कि बाजारों को जोन में बांटा जाए।
दिल्ली के भाजपा नेताओं का दिल्ली वालों के सामने असली चेहरा लाने के लिए कल उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने प्रेस वार्ता की और कहा कि दिल्ली की चुनी हुई सरकार यह सिफारिश करेगी कि अब कोरोना कम हो गया है और संक्रमण दर कम हो गई है तो ऑड ईवन और वीकेंड कर्फ्यू हटा लिया जाए। लेकिन भाजपा की केंद्र सरकार के नुमाइंदे उपराज्यपाल अनिल बैजल ने सुझाव को ठुकरा दिया अब हम भाजपा से जानना चाहते हैं कि भाजपा किस दिन एलजी हाउस के बाहर धरना दे रही हैं। भाजपा के पेड़ सोशल मीडिया के लोग अब वीडियो कब बनाएंगे। क्या अब वीडियो को बनाकर अनिल बैजल को चैलेंज करेंगे कि वह दिल्ली का व्यापार बर्बाद कर रहे हैं। क्या यह दिल्ली भाजपा के लोग अब उपराज्यपाल के पास काले झंडे दिखाएंगे।
दिल्ली की भाजपा को दिल्ली वालों और व्यापारियों के सामने एक्सपोज किया है। जिस तरह से हिंदू मुसलमान, हिंदू और सिखों के बीच में नफरत फैलाते हैं इसी तरह से यह व्यापारियों और गैर व्यापारिक लोगों के बीच में भी नफरत फैलाते हैं और दुश्मनी करवाते हैं। व्यापारी बनकर उनके कार्यकर्ता वीडियो बनाते हैं कि हम बर्बाद हो गए और हमारे व्यापार बंद हो गए। क्योंकि अरविंद केजरीवाल ने ईवन-ऑड को लागू कर दिया।
भाजपा दिल्ली के व्यापार प्रकोष्ठ भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष रमेश खन्ना का वीडियो दिखाते हुए कहा कि मैं भाजपा, आदेश गुप्ता से पूछना चाहता हूं की इस वीडियो को कई दिन हो गए हैं। अब व्यापारियों की पंचायत भाजपा बुलाने वाली थी, यह कब और कहां बुला रही है। हम भी उसके अंदर कुछ व्यापारी भेज देंगे ताकि वह पंचायत जो भाजपा करना चाह रही है वह अच्छी हो।
ऐसे में आदेश गुप्ता से जानना चाहेंगे कि भाजपा द्वारा नियुक्त केंद्र सरकार के अपने नुमाइंदे एलजी वीकेंड कर्फ्यू लगा रहे हैं। उनके नुमाइंदे ऑड-ईवन कर रहे हैं। दिल्ली के ऊपर इसे थोप रहे हैं। क्या अब उनकी योजना के अंदर कोई फर्क आएगा या अभी भी वो व्यापारियों की पंचायत करेंगे।
दूसरी बात भाजपा के लोगों में भी अब अक्ल आ गई है कि कोरोना को भी क्या एड्रेस बता कर भेजा जाता है कि दिल्ली में फैलना और दूसरी जगह मत फैलना। इसके अलावा क्या कोरोना को इतना डर लगने लगा है कि टोल के पार नहीं जा पाता है। वह केवल दिल्ली में रहता है। क्या कारण है कि दिल्ली के अंदर तो हमेशा कोरोना के मामले बढ़ते हैं। लेकिन नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, गुड़गांव, फरीदाबाद में कभी नहीं बढते हैं। जबकि सभी के रिश्तेदार वहां रहते हैं और सभी जानते उनको भी कोरोना हुआ और अस्पतालों में भर्ती हुए हैं। बहुत सारे पत्रकार नोएडा ग्रेटर नोएडा में रहते हैं सबको पता है, वहां पर भी कॉलोनी में खूब कोरोना फैला। भाजपा की सरकारों का एक नियम है कि चाहे कोरोना फैले, या कोई अस्पताल पहुंचे या शमशान घाट पहुंचे और श्मशान में लकड़ी ना मिले तो उसको गंगा नदी के पास दबाना पड़ जाए। तब भी कोरोना के आंकड़े सरकारी आंकड़ों की तरह बिल्कुल सीमित दिखाए जाते हैं। भाजपा के लोगों को यह बात समझ में आ गई है कि दिल्ली सरकार को निशाना बनाने के लिए दिल्ली के अंदर टेस्टिंग कराई जाती है और आंकड़े दिखाए जाते हैं। दिल्ली को बदनाम करने की कोशिश की जाती है और फिर ऑक्सीजन भी नहीं दी जाती है।