DBC कर्मचारियों की समस्या को लेकर आम आदमी पार्टी ने घेरा भाजपा नेताओं को तो जवाब मिला ,समस्या खड़ी तो आप ने ही की है न…
आप’ विधायक सोमनाथ भारती ने कहा कि हर बार नौकरी पक्की करने का झूठा आश्वाशन देकर भाजपा शासित एमसीडी डीबीसी कर्मचारियों को गुमराह कर रही है। साउथ एमसीडी ने खुद स्वीकारा कि डीबीसी कर्मचारी पिछले 22 सालों से निरंतर सेवा दे रहे हैं। लेकिन भाजपा की कुनीतियों और गंदी नियत ने कर्मचारियों का बुरा हाल कर रखा है। सोमनाथ भारती ने कर्मचारियों को आश्वशन देते हुए कहा कि सिर्फ 2 महीनों की बात है, जनता के अनुसार इस बार एमसीडी में आम आदमी पार्टी की जीत होगी। उसके बाद जिस प्रकार से अरविंद केजरीवाल की प्रो-पीपल पॉलिसी ने जल बोर्ड के 700 कर्मचारियों को पक्का किया है, डीबीसी कर्मचारियों को भी जल्द नियमित किया जाएगा। प्रेम चौहान ने कहा कि नियमित करना तो दूर, भाजपा शासित एमसीडी डीबीसी कर्मचारियों को सम्मानजनक पद तक नहीं दे रही है। पिछले 15 सालों से उनका शोषण कर रही है।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक सोमनाथ भारती ने रविवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित किया। सोमनाथ भारती ने कहा कि इस मंच से हमने कई बार एमसीडी कर्मचारियों की हालत और एमसीडी में व्याप्त भ्रष्टाचार के बारे में बताया है। भाजपा ने एमसीडी के हर विभाग को इस प्रकार से खोखला कर दिया है कि आज एमसीडी का हर कर्मचारी, हर अधिकारी त्रस्त है। एमसीडी में काम कर रहे व्यक्तियों का शोषण जिस प्रकार से हुआ है, आज उसका एक उदाहरण आपके सामने रखेंगे। इसके परिप्रेक्ष्य देखें कि पिछले दिनों, मेरे ख्याल से देश के इतिहास में पहली बार, दिल्ली जलबोर्ड के 700 कर्मचरियों को कच्चा से पक्का किया गया। उनको वह सम्मान मिला जिसकी उन्हें बरसों से मांग थी। पूरे देश में किसी भी सरकार ने इस प्रकार से कच्चे कर्मचारियों को नियमित करने का प्रयास नहीं किया। वहीं दूसरी तरफ, एमसीडी के अंदर और बाहर भी भाजपा की कुनीतियों और बदनियती ने कर्मचारियों का बुरा हाल कर रखा है। भाजपा जिस द्वेष की भावना से काम करती है उसका एक उदाहरण हम आपके सामने पेश करने जे रहे हैं।
एक दस्तावेज को पढ़ते हुए सोमनाथ भारती ने कहा कि मेरे पास एक किताब है ‘दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की विशेष बैठक में नेता सदन श्री इंद्रजीत सहरावत द्वारा वर्ष 2021-22 के संशोधित बजट अनुमान तथा वर्ष 2022-23 के बजट अनुमानों पर व्यक्तव्य।‘ यह रिपोर्ट 10 फरवरी 2022 की है। इसमें जो लिखा हुआ है वह सुनकर आपकी रूह कांप उठेगी कि किस प्रकार से भाजपा डीबीसी कर्मचारियों को तरसा रही है। मैं पढ़कर सुना देता हूं। ‘महापौर महोदय, मैं प्रस्तावित करता हूं कि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में 1155 डीबीसी कर्मचारी, जो पिछले 22 वर्षों से अनुबंध आधार पर काम कर रहे हैं। साउथ एमसीडी का जन-स्वास्थ्य विभाग इन कर्मचारियों से सेवा निरंतर लेता आ रहा है। मलेरिया, डेंगू तथा चिकगुनिया की बीमारी जब दिल्ली में हर वर्ष महामारी की तरह फैलती है, ऐसे में उनकी सेवाएं बहुत ही आवश्यक हो जाती हैं। इन कर्मचारियों की आयु भी 40-50 वर्ष हो चुकी है। यह कर्मचारी कहीं और नौकरी के लिए प्रार्थना पत्र भेजने के योग्य भी नहीं रह गए हैं। इन 1155 डीबीसी कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से नियमित करने के लिए योजना तथा नियम बनाए जाएं ताकि इन कर्मचारियों को नियमित किया जा सके।’
सोमनाथ भारती ने कहा कि तीनों निगमों को मिला लें तो डीबीसी कर्मचारियों की कुल संख्या 3500 है। निगम ने खुद माना है कि डीबीसी कर्मचारी लगातार उनकी सेवा करते रहे हैं। इसके बावजूद इन्होंने अभी भी नियम बनाए जाने की बात लिखी है। मतलब वह अभी भी कर्मचारियों को नियमित करने की बात नहीं कर रहे हैं। यह इनकी गंदी राजनीति का एक बड़ा सबूत है कि आज तक डीबीसी नाम का कोई पोस्ट नहीं है। एक बात बता दूं कि डीबीसी कर्मचारियों को जो न्यूनतम वेतन मिल रहा है, वह भी इसलिए कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में न्यूनतम वेतन अनिवार्य कर रखा है। अगर वह नहीं होता तो इनकी स्थिति क्या होती, आप अंदाज़ा लगा सकते हैं।
सभी आरोपों पर जवाब देते हुए भाजपा नेता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि केवल डी.बी.सी. ही नही हजारों अन्य निगम कर्मियों की सेवाएं समय पर नियमित ना होने का मूल कारण है दिल्ली की अरविंद केजरीवाल एवं कांगेस सरकारों द्वारा नगर निगमों को फंड काट कर आर्थिक रूप से पंगु बनाये रखना है।
दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा है की आये दिन सोमनाथ भारती आदि आम आदमी पार्टी नेताओं को नगर निगम कर्मचारियों की आर्थिक परेशानियों पर ओछी राजनीतिक बयानबाजी करते देख दुख होता है। हाँ आज एक अचम्भा जरूर हुआ की सोमनाथ भारती ने यह स्वीकार किया की कोविडकाल में निगम कर्मियों ने अच्छा काम किया क्योंकि अभी पिछली प्रेस वार्ता तक तो आम आदमी पार्टी नेता यह कहते नही थकते थे निगम भ्रष्ट हैं उन्होने कोविडकाल में कोई काम नही किया।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा है की केवल डी.बी.सी. ही नही हजारों अन्य निगम कर्मियों की सेवाएं समय पर नियमित ना होने का मूल कारण है गत डेढ दशक से वर्तमान में दिल्ली की अरविंद केजरीवाल एवं पहले कांगेस सरकारों द्वारा नगर निगमों को फंड काट कर आर्थिक रूप से पंगु बनाये रखना।दक्षिण निगम द्वारा डी.बी.सी. कर्मियों के पद एवं सेवा नियमितीकरण के प्रस्ताव से कर्मियों में हर्ष है और वह किसी सूरत आम आदमी पार्टी के बयानों द्वारा गुमराह नही होंगे क्योंकि वह जानते हैं निगमों की समस्याओं के लिये केजरीवाल सरकार दोषी है।यदि नगर निगमों को पूरा फंड समय पर मिलता होता तो वह केवल डी.बी.सी. ही नही हजारों सफाई एवं अन्य चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को नियमित कर चुके होते।दिल्ली भाजपा प्रवक्ता ने कहा है की बेहतर होगा की आम आदमी पार्टी नेता निगम कर्मियों की समस्याओं पर घड़ियाली आंसू बहाने की बजाये मुख्य मंत्री से निगमों का पूरा फंड जारी करने की माँग करें।