दिल्ली नगर निगम चुनाव के तारीखों का ऐलान राज्य चुनाव आयोग द्वारा आज किया जाना था। लेकिन राज्य चुनाव आयोग ने उसे यह कहकर टाल दिया कि केंद्र सरकार द्वारा नगर निगमों को एक करने को लेकर बातचीत चल रही है। किसकी वजह से अभी चुनाव की घोषणा नहीं की जा सकती है। इस बात को लेकर आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार और राज्य चुनाव आयोग दोनो को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है।
एमसीडी चुनाव टालने के निर्णय पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भाजपा और चुनाव आयोग को आड़े हाथों लिया है। सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली एमसीडी चुनावों में हार के डर से भाजपा भाग रही है और भाजपा के दबाव में आकर चुनाव आयोग ने भी घुटने टेक दिए है और पूर्व घोषित प्रेस-कांफ्रेंस के बावजूद एमसीडी चुनावों की तारीख को टाल दिया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता भाजपा के इस षड्यंत्र का मुंहतोड़ जवाब देगी और एमसीडी में 260 सीटों के साथ आम आदमी पार्टी की सरकार बनाएगी। इन चुनावों में भाजपा का सूपड़ा साफ़ हो जाएगा। सीएम केजरीवाल ने कहा कि क्या अब चुनाव आयोग केंद्र सरकार के दबाव में काम करेगा? और क्या मोदी जी अब इस देश में चुनाव भी नहीं करायेंगे? आम आदमी पार्टी के वरिष्ट नेता व दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को चुनाव आयोग के पंगुपन का पर्दाफाश करते हुए कहा कि अपने कुकर्मों की वजह से जब भाजपा, दिल्ली एमसीडी चुनावों में बुरी तरह हारती हुई नज़र आ रही है तो उसने लोकतंत्र का गला घोटना शुरू कर दिया है और साम-दाम-दंड-भेद का प्रयोग कर चुनाव आयोग को घुटनों पर लाकर रेंगने को किया मजबूर कर दिया है| चुनाव आयोग ने भी भाजपा के दबाव में आकर दिल्ली एमसीडी चुनावों की तारीख टाल दी| उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि जब देश का चुनाव आयोग जिसके कंधों पर संविधान ने, बाबा साहेब ने ये जिम्मेदारी दी कि वह समय पर निष्पक्ष तरीकें चुनाव करवाएगा लेकिन उसी चुनाव आयोग ने लोकतंत्र का गला घोंटते हुए केंद्र सरकार व भाजपा के आगे घुटने टेक दिए और चुनाव की तारीखों का ऐलान करने से मना कर दिया|
उधर सिसोदिया ने कहा कि देश के लोकतंत्र के लिए आज एक दुर्भाग्यपूर्ण, खतरनाक व काला दिन है जब भाजपा के इशारे पर दबाव में आकर चुनाव आयोग ने दिल्ली में चुनाव करवाने से मना कर दिया| उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग एक पूर्व घोषित प्रेस-कांफ्रेंस के माध्यम से बुधवार शाम 5 बजे दिल्ली में एमसीडी चुनावों की तारीख घोषित करने वाली थी लेकिन उससे ऐन पहले केंद्र में बैठी भाजपा ने चुनाव आयोग पर दबाव डाला और चुनाव की तारीख का ऐलान करने से रोक दिया| उन्होंने कहा कि ये बेहद खतरनाक है कि चुनाव आयोग केंद्र के आगे घुटने टेक देगा ऐसा होने पर लोकतंत्र का कोई मतलब नहीं बच जाएगा|
जब संविधान ने चुनाव आयोग को ताकत दी है कि वो किसी के सामने भी नहीं झुकेगा और समय पर चुनाव करवाएगा उसके बाबजूद भी चुनाव आयोग क्यों डर रहा है और भाजपा के आगे घुटने टेक दिए| अगर यही परम्परा रही तो भाजपा हार के डर से राज्यों के चुनाव टलवा देगी, मोदी जी हार के डर से लोकसभा के चुनाव टलवा देंगे|
सिसोदिया ने कहा कि पिछले 15-17 सालों में दिल्ली एमसीडी में भाजपा के भ्रष्टाचार से त्राहि-त्राहि मची हुई है और इससे हर आदमी दुखी है| भाजपा खुद भी इसे जानती है इसलिए चुनाव की घोषणा होने से पहले बुरी तरह घबरा गई| भाजपा को पता है कि दिल्ली के लोगों ने मन बना लिया है कि इस बार उन्हें एमसीडी में भी केजरीवाल चाहिए और एमसीडी में आम आदमी पार्टी को 272 में से 250 सीटें मिलने वाली है और भाजपा को बस 15-20| इससे भाजपा इतनी घबराई गई है कि चुनावों से भागती नज़र आ रही है| भाजपा में हिम्मत नहीं है कि वो जनता का सामना कर सकें क्योंकि भाजपा जानती है कि दिल्ली के लोग एमसीडी में किए उसके कुकर्मों से वाकिफ है इसलिए चुनाव आयोग जैसी स्वतंत्र व लोकतांत्रिक संस्था पर दबाव डालकर चुनाव टलवा दिया| उन्होंने कहा कि भाजपा हार रही है तो अच्छा काम करे न कि जनता से भाग कर मुँह छुपा ले और हार के डर से एक संवैधानिक संस्थान पर दबाव डालकर चुनाव टलवा दे|
सिसोदिया ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र की हत्या न करें व चुनाव आयोग अपने दायित्व को समझे| बाबा साहेब ने संविधान बनाया ताकि देश संविधान के अनुसार चल सके और संविधान ने चुनाव आयोग को ये ताकत दी कि वो स्वतंत्र व निष्पक्ष तरीकें से चुनाव करवा सके| उन्होंने कहा कि आज साम-दाम-दंड-भेद का प्रयोग कर भाजपा ने चुनाव आयोग को घुटनों पर लाकर रेंगने को मजबूर कर दिया है लेकिन दिल्ली की जनता लोकतंत्र की हत्या नहीं होने देगी,इसका जबाब देगी और अब आम आदमी पार्टी एमसीडी में 260 से अधिक सीटों पर जीतेगी, दिल्ली की जनता अब एमसीडी में झाड़ू चलाएगी|