दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को कोविड-19 की ड्यूटी के दौरान कोरोना की चपेट में आने से अपनी जान गंवाने वाले डॉक्टर संजीव कुमार के परिजनों से मुलाकात की और दिल्ली सरकार की तरफ से एक करोड़ रुपए की सहायता राशि का चेक सौंपा। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि स्वर्गीय डॉ. संजीव कुमार महर्षि बाल्मीकि अस्पताल में पीडियाट्रिशियन के पद पर कार्यरत थें। अस्पताल में लोगों की सेवा करते हुए वे भी कोरोना से संक्रमित हो गए थे और 10 दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद जिंदगी से जंग हार गए। उन्होंने कहा कि भले ही अनुग्रह राशि परिवारों को हुए नुकसान की भरपाई नहीं कर पाए, लेकिन मुझे उम्मीद है कि परिजनों को इस आर्थिक मदद से अपना भविष्य संवारने एवं जीवन यापन में थोड़ी सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि कई कोरोना योद्धाओं ने मानवता और समाज की सेवा करते हुए अपने जिंदगी गंवा दी। हम दिल से उनकी मेहनत और महामारी से जंग लड़ने के उनके जज्बे को सलाम करते हैं। केजरीवाल सरकार कोविड के दौरान लोगों की सेवा करते हुए, कोरोना संक्रमित होने पर अपनी जान गंवाने वाले कई कोरोना योद्धाओं के परिजनों को अब तक एक-एक करोड़ रुपए की सम्मान राशि दे चुकी है।
*स्वास्थ्य मंत्री ने हर संभव मदद करने का दिया आश्वासन*
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन आज कोरोना योद्धा स्वर्गीय डॉ. संजीव कुमार के परिवार से मिलने पश्चिम विहार उनके घर पहुंचे। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने स्वर्गीय डॉ. संजीव कुमार के परिवार से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी और भविष्य में भी जरूरत पड़ने पर हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि अस्पताल में पीडियाट्रिशियन रहे डॉ. संजीव कुमार की मौत कोरोना संक्रमित होने के चलते 3 मई 2021 को हुई थी। उनकी जान की कीमत नहीं लगाई जा सकती है लेकिन दिल्ली सरकार की ओर से दी गई यह राशि उनके परिवार की कुछ जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगी। केजरीवाल सरकार की तरफ से हम उनके परिवार को आर्थिक मदद दे रहे हैं, ताकि उनके परिजनों को अपने जीवन यापन और भविष्य को संवारने में मदद मिल सके। दिल्ली सरकार की ये योजना कोरोना योद्धाओं के परिवार को आत्मविश्वास देती है कि सरकार और समाज हमेशा उनके साथ है।
*कोरोना योद्धाओं की मदद को केजरीवाल सरकार हमेशा तैयार*
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि कोरोना महामारी के बीच जनता की सेवा के लिए डॉक्टरों, नर्सों और कर्मचारियों ने परिजनों से दूरियां बनाते हुए मरीजों के इलाज के लिए 24 घंटे सेवाएं दी। इस बीच कई कोरोना योद्धा खुद कोरोना संक्रमित हुए और अपनी जान तक गवां दी। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को शांति मिले। महामारी में जान गंवाने वाले कोरोना योद्धाओं के परिजनों को आश्वासन दिया है कि उनकी मदद के लिए दिल्ली सरकार हमेशा उनके साथ है। हम अपने सभी कोरोना वारियर्स का आभार व्यक्त करना चाहते हैं, जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों की सेवा की है।
*कोरोना योद्धा स्वर्गीय डॉ. संजीव कुमार के बारे में*
दिल्ली के पश्चिम विहार निवासी डॉ. संजीव कुमार महर्षि वाल्मीकि अस्पताल में पीडियाट्रिशियन थें। उन्होंने कोरोना काल के दौरान पूरी जिम्मेदारी के साथ ड्यूटी की। लॉकडाउन के दौरान भी कंटेनमेंट जोन और होम क्वारंटीन में रह रहे लोगों तक अपनी सेवाएं पहुंचाई। इस बीच वह कोरोना संक्रमित हो गए। अचानक तबियत बिगड़ने के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। करीब 10 दिनों तक अस्पताल में रहने के बावजूद भी डॉक्टर उनकी जान नहीं बचा पाए। सांस लेने में परेशानी होने और लगातार फीवर रहने के चलते 3 मई अप्रैल 2021 को उनकी सांसे थम गई। उनके परिवार में उनकी पत्नि और दो बच्चें हैं।