पूर्व महापौर जय प्रकाश ने दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार के ख़िलाफ़ आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली सरकार के विभागों ने अभी तक अपने नालों की सफ़ाई पूरी नहीं की है जिसके कारण दिल्ली की सड़कों पर फिर से जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
उन्होंने बताया कि जहाँ एक ओर दिल्ली नगर निगम ने अपने सभी चार फुट तक के नालों की सफ़ाई पूरी कर ली है और 688 नालों से 91380.25 मैट्रिक टन गाद निकाली है वही दूसरी ओर दिल्ली सरकार ने अपने क्षेत्राधिकार के अंतर्गत आने वाले बड़े नालों से कितनी गाद निकाली है और कितने प्रतिशत अपने नालों की सफ़ाई पूरी कर ली है इसकी कोई भी जानकारी उपलब्ध नहीं करवाई है।
पूर्व महापौर जय प्रकाश ने कहा कि दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग, बाढ़ एवं सिचाई नियंत्रण विभाग, डीएसआईडीसी और दिल्ली जल बोर्ड के अंतर्गत दिल्ली के सभी बड़े नाले आते हैं और जिन से गाद निकालने का काम भी इन विभागों का हैं। यदि मॉनसून से पूर्व इन बड़े नालों से दाँत निकालने का कार्य पूरा नहीं होगा तो दिल्ली की कॉलोनियों व सड़कों पर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। उन्होंने बताया कि दिल्ली नगर निगम के छोटे नालों की निकासी दिल्ली सरकार के बड़े नालों में है यदि बड़े नाले साफ़ नहीं होंगे तो छोटे नालों से पानी की निकासी नहीं हो पाएगी जिसके कारण जलभराव की स्थिति देखने को मिल सकती है।
पूर्व महापौर जय प्रकाश ने बताया कि दिल्ली में मॉनसून कभी भी दस्तक दे सकता है और ऐसे में दिल्ली सरकार के विभागों की अधूरी तैयारियों के कारण दिल्लीवासियों को एक बार फिर से जलभराव का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से निवेदन किया कि वे अपने विभागों को जल्द से जल्द नालों से गाद निकालने के कार्य को पूरा करने का निर्देश दें ताकि मॉनसून के दौरान दिल्लीवासियों को जलभराव की स्थिति का सामना न करना पड़े।