बजाते रहो न्यूज़
दिल्ली नगर निगम की गिरती वित्तीय स्तिथि ने निगम के रिटायर्ड कर्मचारियों की हालत बद से बत्तर कर दी है। निगम में आम आदमी पार्टी सरकार के आ जाने के बावजूद स्तिथि ज्यों के त्यों बनी हुई है।आलम ये है कि पीड़ित वर्ग परेशान होकर आत्महत्या करने की बात कर रहा है।
ताज़ा मामला पूर्वी दिल्ली नगर निगम में बतौर शिक्षक पद से फरबरी 2021 में रिटायर हुई रेणु बाला शर्मा से जुड़ा है। रेणु रिटायरमेंट के बाद से ही शारीरिक तौर से अस्वस्थ है।हालात इतनी खराब हो चुकी है कि रेणु अपने बेड से खुद उठ बैठ नहीं सकती है। रेणु के पति राकेश भाटिया के मुताबिक यदि निगम उनकी मदद नहीं करता तो आख़िरी रास्ता सुसाइड होगा।
उनके पति राकेश भाटिया के मुताबिक उन्होंने लगातार दिल्ली नगर निगम शासन और प्रशासन दोनों को ही अनगिनत चिट्ठी लिखकर ये विनती करी कि रेणु की रिटायरमेंट बेनिफिट्स उन्हें तुरंत जारी करवाई जाए ताकि रेणु का इलाज सुचारू रूप से हो सके। लेकिन अबतक एमसीडी की तरफ से उन्हें सही ढंग से कोई मदद नहीं मिली है।
पीड़िता के पति राकेश भाटिया के मुताबिक बीते जनवरी माह से पेंशन नहीं मिलने के कारण घर की हालत और खराब हो चुकी है।भाटिया ने बताया कि उनकी पत्नी की हालत ज्यादा खराब होने की वजह से उन्हें बीते 9 मार्च को अस्पताल में भर्ती करवाया है।जहां रेणु को लगने वाले इंजेक्शन की कीमत लगभग 24 हज़ार रुपये है।भाटिया के मुताबिक अबतक इलाज का खर्चा वो किसी तरह उठा पा रहे थे। लेकिन अब हाथ बिल्कुल खाली हो जाने की वजह से सुसाइड करने के अलावा उनके पास दूसरा कोई विकल्प नहीं बचा है।