प्रदेश महिला मोर्चा कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी ने महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए कहा कि यहां पर बैठी महिलाओं में शौर्य और संवेदना दिखाई देती है। यहां बैठी महिलाएं 30 हज़ार निष्ठावान कार्यकर्ता के बराबर है और यह हर एक महिला 10 निष्ठावान कार्यकर्ता को जोड़ती है तो 3 लाख महिलाएं जुटाने की ताकत रखती है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के हर एक मंत्रालय में महिलाओं के उत्थान से संबंधित कोई न कोई योजना चल रही है। इसरो जैसे क्षेत्र में भी महिलाओं ने जबरदस्त प्रर्दशन किया। टैक्सटाइल के क्षेत्र से लगभग 70 प्रतिशत महिलाएं जुड़ी हुई हैं। बैठक में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री आदेश गुप्ता भी मौजूद थे।
ईरानी ने प्रशिक्षण पर बल देते हुए कहा कि रास्ते आसान नहीं है, लेकिन तैयारी अच्छी हो तो उतीर्ण होने से कोई नहीं रोक सकता। प्रोफेशनल महिलाओं को पार्टी से जोड़ने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं को अध्ययन और नए सदस्यों को अधिक से अधिक जोड़ने पर ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आज देश में 8,800 करोड़ से ज्यादा पैसा मातृत्व योजना के तहत महिलाओं को दिया जा चुका है। आयुष्मान योजना के तहत आज एक करोड़ से अधिक ग्रामीण महिलाओं को स्तन कैंसर का ईलाज किया जा चुका है। आज समाज में सैनेटरी पैड की बात करने से लोग बचते हैं लेकिन प्रधानमंत्री ने स्वयं इसकी चर्चा की है और 10 करोड़ शौचालय बनाकर महिलाओं की सबसे मूलभूत जरुरत को पूरा कर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश के लोगों का ध्यान केंद्रित किया जिससे 45 प्रतिशत से अधिक ग्रामीण इलाकों में महिलाओं के साथ होने वाले बलात्कार पर रोक लगी।
ईरानी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने सत्ता को सेवा का माध्यम बताते हुए कहा कि 22 करोड़ महिलाओं के बैंक में खाते खुलवाएं और 17 करोड़ 7 लाख महिलाओं को मुद्रा योजना के तहत ऋण दिलवाए जिससे उन्होंने अपना कोई रोजगार शुरु किया। दो करोड़ से अधिक महिलाओं को दिशा योजना के तहत जोड़ा गया। उन्होंने महिलाओं को परामर्श देते हुए कहा कि संवाद को सरलता से काम करने पर सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलती है। जिन लोगों पर संगठन का दायित्व आज नहीं है, उनलोगों को हम कितना सम्मान देते हैं हमें इसका भी आकलन करना चाहिए।