MCD के सफाई कर्मचारियों का मुद्दा बना हेडलाइन..
आम आदमी पार्टी ने की सफाईकर्मियों पर प्रेस कांफ्रेंस..
भाजपा शासित एमसीडी ने सफाई कर्मचारियों के साथ किए गए वादों को पूरा नहीं किया है, जिसकी वजह से दिल्ली में फिर हड़ताल के आसार बन गए हैं- सौरभ भारद्वाज*
भाजपा ने सफाई कर्मचारियों को पक्का करने, कैशलेस चिकित्सा कार्ड मुहैया कराने सहित अन्य वादों को पूरा करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया- सौरभ भारद्वाज*
दिल्ली की सफाई व्यवस्था खराब होने का कारण यह है कि 15 सालों से दिल्ली के अंदर एक भी कच्चा-पक्का सफाई कर्मचारी भर्ती नहीं किया गया- सौरभ भारद्वाज*
सेवानिवृत्त कर्मचारियों को दो साल बाद भी पीएफ, सेवानिवृत्ति के अन्य लाभ नहीं दिए गए हैं- सौरभ भारद्वाज
आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा शासित एमसीडी ने सफाई कर्मचारियों के साथ किए गए वादों को पूरा नहीं किया है। जिसकी वजह से दिल्ली में फिर हड़ताल के आसार बन गए हैं। भाजपा ने सफाई कर्मचारियों को पक्का करने, कैशलेस चिकित्सा कार्ड मुहैया कराने सहित तमाम वादों को पूरा करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि दिल्ली की सफाई व्यवस्था खराब होने का कारण यह है कि 15 सालों से दिल्ली के अंदर एक भी कच्चा-पक्का सफाई कर्मचारी भर्ती नहीं किया गया। सेवानिवृत्त कर्मचारियों को दो साल बाद भी पीएफ सहित सेवानिवृत्ति के अन्य लाभ नहीं दिए गए हैं।
आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता और विधायक सौरभ भारद्वाज ने पार्टी मुख्यालय में सोमवार को प्रेस वार्ता को संबोधित किया। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली नगर निगम के अंदर काम कर रहे सफाई कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं। पिछले कुछ महीनों से उत्तरी दिल्ली नगर निगम में सफाई कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं। कई क्षेत्रों के अंदर हड़ताल की गई हैं। इसके अलावा कुछ दिनों पहले भारतीय जनता पार्टी के दफ्तर का घेराव किया गया और अपनी पुरानी मांगों को दोबारा रखा गया।
उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों में कई बार सफाई कर्मचारियों ने लंबी हड़तालें की हैं। भाजपा के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने 2018 में सफाई कर्मचारियों की सभी मांगें मानते हुए जूस पिलाकर उनकी हड़ताल खुलवायी थी। उनके साथ वादा किया था कि 1998 से लेकर 2003 तक जिन सफाई कर्मचारियों की भर्ती हुई है, उनको नियमित करेंगे। इसके अलावा 2003 के बाद जो भी सफाई कर्मचारी कंपनशीएट आधार पर भर्ती हुए हैं, उनको भी नियमित करेंगे।
विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली की सफाई व्यवस्था इतनी खराब होने का कारण यह है कि करीब 15 सालों से दिल्ली के अंदर एक भी कच्चा-पक्का सफाई कर्मचारी भर्ती नहीं किया गया। सिर्फ कंपनशीएट आधार पर कुछ भर्तियां की गई हैं। इसके अलावा भाजपा ने इस चुनाव से पहले, उससे पहले वाले चुनाव में और अब हड़तालों के दौरान जो वादा किया था कि इन कर्मचारियों को पक्का किया जाएगा, उसके तहत कोई कदम नहीं उठाया गया है। उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर से कल भी सफाई कर्मचारियों की बात हुई है और उन्होंने वादा किया कि हम कुछ दिनों में कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस बात को लेकर आगाह कर रहा हूं कि दिल्ली के अंदर फिर से हड़ताल के आसार बन रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी शासित नगर निगम ने कोई ऐसा काम नहीं किया है कि सफाई कर्मचारी रोज काम पर आकर मेहनत से दिल्ली की सफाई करें। भाजपा ने ना तो कच्चे सफाई कर्मचारियों को पक्का करने की दिशा में कोई काम किया गया है। इसके अलावा कहा गया था कि कैशलेस चिकित्सा सुविधा के लिए सफाई कर्मचारियों को कार्ड दिया जाएगा, वह भी नहीं दिया गया है। इसके अलावा जिन पेंशनर्स को कार्ड दिया गया है, अगर वो कार्ड लेकर अस्पताल जाते हैं तो उसको अस्पताल मानने से इनकार कर देते हैं। क्योंकि एमसीडी ने निजी अस्पतालों का बकाया पैसा कई सालों से नहीं दिया है। इसकी वजह से सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए कैशलैस कार्ड सिर्फ एक प्लास्टिक का कार्ड है। वर्तमान सफाई कर्मचारियों को वादा करके भी कैशलेस कार्ड नहीं दिया गया है।
सौरभ भारद्वाज ने बताया कि सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को पीएफ और सेवानिवृत्ति के अन्य लाभ नहीं दिए गए। उनको लंबी लंबी लाइन में लगाया जा रहा है। सेवानिवृत्त कर्मचारियों को दो-दो साल के बाद भी सेवानिवृत्ति का पैसा नहीं मिला है।
उन्होंने कहा कि भाजपा से जब इस बारे में पूछा जाता है कि सफाई कर्मचारियों की इतनी कमी क्यों है तो इस बात पर लीपापोती करते हैं। दिल्ली में पहले ही सफाई कर्मचारी कम हैं। इसके अलावा जितने भी हैं उनमें से एक बड़ा हिस्सा भाजपा के नेताओं और एमसीडी के अधिकारियों की चाकरी करता है। उनकी सब्जी लेकर आता है। ऑफिस में चाय के बर्तन धोता है और ऑफिस की देखभाल करता है। इस वजह से पूरी दिल्ली गंदी रहती है। इस दौरान अखिल भारतीय श्रमिक संघ के अध्यक्ष संतलाल चावंडिया और उत्तरी दिल्ली नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष विकास गोयल मौजूद थे।