निगमकर्मियों की तनख्वाह को लेकर आम आदमी पार्टी से एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने घेरा भाजपा नेताओं को
दुर्गेश पाठक ने कहा कि भाजपा शासित एमसीडी ने फंड आने के बाद में भी दिवाली पर कर्मचारियों की तनख्वाह नहीं दी है। एमसीडी कर्मचारियों के घरों में दिवाली पर भी चूल्हा नहीं जला है। 3 महीने से एमसीडी के कर्मचारियों को तनख्वाह नहीं मिली है। तनख्वाह के बिना कर्मचारी भैया दूज और छठ कैसे मनाएंगे, बहनों को उपहार कैसे देंगे?
आम आदमी पार्टी के एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने दिवाली पर भी कर्मचारियों को तनख्वाह नहीं मिलने पर भाजपा पर निशाना साधा है। दुर्गेश पाठक ने कहा कि एमसीडी ने फंड आने के बाद में भी दिवाली पर कर्मचारियों की तनख्वाह नहीं दी है। जिसकी वजह से एमसीडी कर्मचारियों के घरों में दिवाली पर भी चूल्हा नहीं जला है। तीन महीने से एमसीडी के कर्मचारियों को तनख्वाह नहीं मिली है। दिवाली से एक दिन पहले भी कर्मचारियों और शिक्षकों ने सिविक सेंटर पर प्रदर्शन किया था। एमसीडी के कर्मचारियों को उम्मीद थी कि भाजपा के नेताओं का कलेजा पसीज जाएगा और त्योहार से पहले उनकी सैलरी आ जाएगी। लेकिन अभी तक एक भी कर्मचारी की तनख्वाह खाते में नहीं आई है।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि एमसीडी कर्मचारियों को पिछले तीन महीने से वेतन नहीं मिलने के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने सिविक सेंटर पर भाजपा का घेराव भी किया था। एमसीडी ने पिछले तीन महीने से कर्मचारियों को वेतन और रिटायर्ड कर्मचारियों को पेंशन नहीं दी है। तनख्वाह के बिना कर्मचारी भैया दूज और छठ कैसे मनाएंगे। दीवाली और गोवर्धन पूजा के दिन घर में चूल्हा नहीं जला, लेकिन भैया दूज पर बहनों को उपहार कैसे देंगे।
भाजपा शासित एमसीडी कर्मचारियों की मेहनत की कमाई से निजी ठेकेदारों की जेबें भर रहे हैं। कर्मचारी जो दिन-रात दिल्ली की सफाई में लगे रहते हैं, दिल्ली वासियों के स्वास्थ्य की चिंता में लगे रहते हैं, आज उनके ही घर में चूल्हा जलना मुश्किल हो गया है। जब सबके घर में त्योहार मनाया जा रहा है तब एमसीडी कर्मचारियों के घर में राशन तक नहीं बचा है।
उन्होंने कहा कि पिछले 15 सालों से निगम में काबिज भारतीय जनता पार्टी ने सिर्फ एमसीडी कर्मचारियों का शोषण किया है। जब भी भाजपा ने चुनाव लड़ा तो हर बार घोषणा पत्र में वादा किया कि कर्मचारियों को पक्का करेंगे। उन्हें बोनस और तनख्वाह भी समय पर देंगे। दिवाली को हिंदुओं का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है। इस दौरान बोनस और मिठाई तो छोड़ दीजिए, उनकी तनख्वाह तक देने को तैयार नहीं हैं। तीन महीने से उन्हें तनख्वाह नहीं मिली है। भारतीय जनता पार्टी के तमाम नेता दिवाली मिलन समारोह कर रहे हैं। लेकिन जो कर्मचारी है उनको तनख्वाह नहीं दे रहे।
दुर्गेश पाठक ने कहा कि भाजपा शासित एमसीडी सफाई कर्मचारियों, डीबीसी कर्मचारियों, शिक्षकों, डॉक्टरों और नर्सों को त्योहारों के सीजन में भी तनख्वाह नहीं दे रही है। उनकी मेहनत की कमाई से निजी ठेकेदारों की जेब भर रहे हैं। दिल्ली की सफाई में जो दिन रात लगे रहते हैं, दिल्ली वासियों के स्वास्थ्य की चिंता में लगे रहते हैं, उनके ही घर में चूल्हा जलना मुश्किल हो गया है। उन कर्मचारियों को तीन महीने से सैलरी नहीं मिली है। जिसके लिए एमसीडी में शासित भाजपा जिम्मेदार है।